भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या को सोलर शहर के रूप में किया जा रहा विकसित, बोले PM मोदी- ‘हमारा प्रयास है कि…’

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (री-इनवेस्ट) का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्घाटन व शिलान्यास किया. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या को सोलर शहर के रूप में विकसित किया जा रहा है. भगवान राम सूर्यवंशी थे. अब अयोध्या के हर घर, दफ्तर और सेवाओं का संचालन सोलर से होगा. पीएम मोदी ने कहा कि सूर्यवंशी भगवान राम की पूरी अयोध्या नगरी को मॉडल सौर शहर के रूप में विकसित किया जाएगा. काम लगभग पूरा हो चुका है.

भारत में 17 शहरों को सोलर एनर्जी शहर के रूप में किया जाएगा विकसित

उन्‍होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि अयोध्या का हर घर, हर कार्यालय और हर सेवा सौर ऊर्जा से संचालित हो. अयोध्या में बड़ी संख्या में घरों और सेवाओं को सौर ऊर्जा से जोड़ा जा चुका है. इसके अलावा, अयोध्या में सोलर बोर्ड, सोलर स्ट्रीट लाइट, सोलर चौराहे, सोलर वाटर एटीएम और सोलर इमारतों को देखा जा सकता है. हमने भारत में ऐसे 17 शहरों की पहचान की है, जिन्हें सोलर एनर्जी शहर के रूप में विकसित किया जाएगा.

नवीकरणीय ऊर्जा से जुड़ी हर क्षेत्र में बेहद तेजी काम कर रहा भारत

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की खातिर कृषि क्षेत्र में सोलर का प्रयोग किया जा रहा है. किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप और छोटे सोलर प्लांट लगाने में मदद दी जा रही है. भारत आज नवीकरणीय ऊर्जा से जुड़ी हर क्षेत्र में बेहद तेजी और बड़े पैमाने के साथ काम कर रहा है. ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में भारत ग्लोबल लीडर बनने का प्रयास कर रहा है. इसके लिए हमने करीब 20 हजार करोड़ रुपये का ग्रीन हाइड्रोजन मिशन लांच किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विविधता, पैमाना, क्षमता, संभावना और प्रदर्शन सभी अद्वितीय हैं. इसीलिए मैं कहता हूं कि वैश्विक अनुप्रयोगों के लिए भारतीय समाधान है.

21वीं सदी का सबसे अच्छा दांव है भारत

इसे पूरी दुनिया समझ रही है. उन्‍होंने आगे कहा कि केवल भारतीय ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को लगता है कि भारत 21वीं सदी का सबसे अच्छा दांव है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट का आयोजन हुआ. इसके बाद पहले सोलर अंतर्राष्ट्रीय फेस्टिवल में दुनिया भर के लोगों ने हिस्सा लिया. ग्लोबल सेमीकंडक्टर समिट में दुनिया के कोने-कोने से लोग भारत आए. इसी दौरान भारत ने सिविल एविएशन पर एशिया पैसेफिक मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस का दायित्व निभाया. आज हम यहां (गांधीनगर) ग्रीन एनर्जी के भविष्य पर चर्चा करने की लिए जुटे हैं.

देश का सबसे पहले सोलर पावर नीति बनाने वाला राज्य है गुजरात

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, गुजरात देश का सबसे पहले सोलर पावर नीति बनाने वाला राज्य है. इसके बाद हम राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़े. उन्‍होंने बताया कि दुनिया में क्लाइमेट के लिए अलग से मंत्रालय बनाने में भी गुजरात बहुत आगे था. जिस समय देश में सोलर पावर की बहुत चर्चा नहीं थी, उस वक्त गुजरात में सैकड़ों मेगावॉट के सोलर पावर प्लांट लग रहे थे.

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