Hardeep Singh Puri: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश को ‘घुटनों पर लाया जाएगा, जिसके कि वो फिर कभी ऐसी घृणित हरकत करने की सोच भी सके. पाकिस्तान ‘पतन’ की ओर बढ़ रहा एक ऐसा देश है, जो आतंकवाद का सरकार की नीति के साधन के रूप में समय-समय पर इस्तेमाल करता रहता है.
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री पुरी ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि इस बार उन्होंने गलत अनुमान लगाया है और गलत नंबर डायल कर दिया क्योंकि हमारा नेतृत्व प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) कर रहे हैं. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में बिहार के एक कार्यक्रम में कहा था कि ‘बहुत हो गया और अब उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे’
पाकिस्तान को चुकानी होगी बड़ा कीमत
वहीं, 1960 की सिंधु जल संधि के निलंबन पर पूर्व राजनयिक पुरी ने कहा कि भारत ने पहली बार ऐसा कदम उठाया है जिससे पाकिस्तान को ‘उचित कीमत चुकानी पड़ी है. मुझे नहीं लगता कि मुझे उन विकल्पों पर अटकलें लगानी चाहिए जिनका उपयोग किया जाएगा, लेकिन मुझे लगता है कि पाकिस्तान पतन की स्थिति में पहुंच चुका है… पश्चिमी पड़ोसी को घुटनों पर लाया जाएगा ताकि वह फिर कभी इस तरह का घृणित कृत्य करने के बारे में न सोचें.’
जल्द ही दुनियां की तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत
इसके साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘हम 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं. अगर आप अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष पर विश्वास करते हैं तो हम कुछ ही महीनों की अवधि में चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे और 2027 या 2028 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे.’
एक अनुकूल वातावरण की आवश्यकता
उन्होंने आगे कहा कि ‘आर्थिक विकास के लिए क्या आवश्यक है, इसके लिए एक अनुकूल वातावरण की आवश्यकता है. कुछ राज्य अधिक सफल क्यों हैं क्योंकि वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और वे उद्यमियों को उद्योग स्थापित करने के लिए एक अनुकूल वातावरण मुहैया कराते हैं.’
एक ही मां की कोख से जन्मे दो देश
इसके अलावा, 1947 में हुए विभाजन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ‘जब हम एक स्वतंत्र राष्ट्र बने तो ये (भारत और पाकिस्तान) एक ही मां की कोख से जन्मे दो देश थे. एक ओर, हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं जबकि दूसरी ओर, दूसरा देश सीमा पार आतंकवाद एवं आतंक को सरकार की नीति के साधन के रूप में इस्तेमाल करने में विश्वास करता है…..’ पुरी ने कहा कि पहलगाम हमला एक ‘घृणित कृत्य’ है.
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