Independence Day 2023, 15 August Celebration at Red Fort: देश की आजादी के 76वें वर्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराएंगे. इस दौरान केंद्र सरकार ‘अमृत सरोवर योजना’ के तहत बेहतर काम करने वाले 50 मनरेगा मजदूरों को आमंत्रित किया है. इसमें बिहार के भी 5 मजदूर परिवारों को पीएम मोदी का विशेष मेहमान बनने का अवसर मिला है. इन मजदूरों ने अपने काम की ऐसी मिसाल कायम की है. जिन्हें पीएम मोदी भी सराह रहे हैं और अब उन्हें विशेष सम्मान दिया जा रहा है.
आपको बता दें कि इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोह में अमृत सरोवर योजना के तहत बढ़िया काम करने वाले 50 मनरेगा मजदूर परिवारों को बतौर मेहमान बुलाया गया है, इनमें से 5 मजदूर परिवार बिहार से हैं.
जानिए किसे किसे मिलेगा सम्मान
- पीएम मोदी का विशेष मेहमान बनने में बिहार के बक्सर के विश्वनाथ राम और मीना देवी हैं. बेटे की एक दुर्घटना के मौत के बाद से यह दम्पत्ति मजदूरी कर रहे हैं. इनके सराहनीय कार्य को अब पीएम मोदी की तारीफ मिल रही है.
- इसी तरह मुजफ्फरपुर के बालेंद्र पासवान और उर्मिला देवी कुढ़नी प्रखंड के पड़ेयां में यह परिवार एक कमरे वाले घर में अपने चार बच्चों के साथ रहता है. गरीबी और बीमार ने कर्ज लेने पर मजबूर किया. अब दोनों रोजाना 8 घंटा काम करते हैं. इनके बेहतर काम को भी पीएम मोदी की सराहना मिली है और दोनों अब विशेष मेहमान बने हैं.
- मोतिहारी के विश्वनाथ साह और सुमित्रा देवी. ये पूर्वी चंपारण के सदर ब्लॉक के राम सिंह छतौनी पंचायत के मनरेगा मजदूर हैं. विश्वनाथ के पिता दिव्यांग थे, इसलिए पढ़ाई छोड़कर मजदूरी करनी पड़ी. दंपत्ति के दो बेटा और दो बेटी है. चारों को पढ़ाने-लिखाने के लिए पति-पत्नी दोनों मनरेगा में मजदूरी करते हैं.
- किशनगंज के उपेंद्र राम और कविता देवी के जीवन की कहानी बड़ी ही दुखदायी रही है. चकला हाट निवासी इस दंपत्ति की एक बेटी की मौत उपचार के अभाव में हुई थी. फिर जुड़वाँ बेटा हुआ तो उसमें भी एक की मौत हो गई. हालांकि दंपत्ति को दो बेटे हैं. अब जीवन चलाने के लिए दोनों मजदूरी करते हैं. इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर दोनों को पीएम मोदी का मेहमान बनने का अवसर मिला है.
- वहीं जमुई के शत्रुघ्न मांझी और कपिला देवी भी पांच बच्चों के माता-पिता हैं. दोनों को इस बार दिल्ली में पीएम मोदी का मेहमान बनने का अवसर मिला है.
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