India: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा ने अपना एक चुनावी विज्ञापन का वीडियो जारी किया था, जो काफी चर्चा में रहा. इस वीडियो में एक युवकी अपने पिता से कहती है कि पापा मोदी जी ने वॉर रूकवा दी. भाजपा की ओर से विज्ञापन में दावा किया गया था कि पीएम मोदी ने एक जंग को रुकवाया है. जिसके चलते वहां फंसे भारतीयों को वापस अपने देश लाया गया. हालांकि बीजेपी ने वीडियो में किसी जंग का जिक्र तो नहीं किया था, फिर भी सोशल मीडिया यूजर्स ने भाजपा के इस दावे के बीच समानताएं ढूंढीं कि पीएम मोदी ने फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध को कुछ समय के लिए रोक दिया था. दरअसल, एक इंटरव्यू में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के बारे में कुछ बताया है.
वॉर रूकवा दी पापा के पीछे की कहानी
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने ‘वॉर रूकवा दी पापा’ के पीछे की कहानी बताई है. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से ये सबसे अधिक बार पूछा जाने वाला सवाल है क्योंकि लोग वास्तव में यह जानना चाहते हैं कि उन्होंने रूस यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए क्या किया. एस जयशंकर ने दो मौके का जिक्र किया है जब पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच गोलाबारी रोकने के लिए हस्तक्षेप किया था, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारतीय छात्रों को युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित बाहर निकाला जा सके.
दो मौके का किया जिक्र
विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसे दो मौके आए. एक यूक्रेन के खार्किव में और दूसरा सुमी में. खार्किव में रूस फायरिंग कर रहा था और भारतीय बच्चे रेलवे स्टेशन से बाहर नहीं निकल पा रहे थे. इसलिए उस समय प्रधानमंत्री ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात की और उन्हें बताया कि हम लोगों के बीच समझौता होने बावजूद हमारे लोगों के साथ ऐसा हो रहा है. इसलिए पीएम ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से व्यक्तिगत रूप से इस पर अमल करने और इसे रोकने का अनुरोध किया. एस जयशंकर ने बताया कि इसमें कुछ घंटे लग गए लेकिन रूस से गोलाबारी करना बंद कर दिया. इस तरह से उन छात्रों को वहां से बचा कर लाया गया.
सुमी से लोगों को निकालना था जटिल
‘वॉर रुकवा दी पापा’ अभियान का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि सुमी का दूसरा वाकया बाद में हुआ, जब बाकी सभी लोग यूक्रेन से बाहर निकल गए. उन्होंने बताया कि यह खासकर से जटिल जगह थी, क्योंकि रूसी सेना और यूक्रेनी सेना के अलावा, एक प्रकार का यूक्रेनी मिलिशिया भी था जो किसी के विशेष आदेश और नियंत्रण में नहीं था. इसलिए हर कोई हर किसी पर फायरिंग कर रहा था. इस वजह से छात्र और अधिक डर गए क्योंकि उन्हें लगा कि बाकी सभी लोग जा रहे हैं और वो ही यहां फंस गए हैं.
पुतिन और जेलेंसकी से हुई थी बात
उस समय पीएम नरेंद्र मोदी ने दो लोग पुतिन और जेलेंसकी को फोन मिलाया. जयशंकर ने बताया कि उन्होंने खुद प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि आपको पुतिन और ज़ेलेंस्की से बात करनी होगी. पीएम मोदी स्वयं दोनों से बात करने के लिए बहुत इच्छुक थे. पीएम ने उनसे बात करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि आपकी सेनाएं खड़ी हों और हमें रास्ता दें और मेरे अधिकारी विवरण तैयार करेंगे. बातचीत के बाद उन्होंने हमें एक रूट दिया. कहा कि जब आप इस मार्ग से निकलोगे तो हम वहां पर हमला नहीं करेंगे. जयशंकर ने कहा कि जब पीएम मोदी दोनों से फोन पर बात कर रहे थे तब वो प्रधानमंत्री के साथ मौजूद थें.
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