India; Papua New Guinea Landslide: पापुआ न्यू गिनी में शनिवार को पहाड़ी पर हुए भूस्खलन में अब तक 2 हजार से ज्यादा लोग जिंदा दफन हो गए हैं. सरकार के हवाले से इसकी जानकारी सामने आई है. पापुआ न्यू गिनी सरकार ने इस आपदा से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है. वहीं घटना के वजह से हताहतों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इतने बड़े पैमाने पर हुई तबाही के बाद भारत पापुआ न्यू गिनी की मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया है. आज भारत के विदेश मंत्रालय ने पापुआ न्यू गिनी के लिए एक बड़े राहत पैकेज की घोषणा की है.
पीएम मोदी ने हादसे पर जताया दुख
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार, 28 मई को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर इस हादसे पर दुख जताया और वहां के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि पापुआ न्यू गिनी में विनाशकारी भूस्खलन के कारण हुई जानमाल की हानि और क्षति से गहरा दुख हुआ है. प्रभावित परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहा हूं. इस दुख की घड़ी में भारत हर संभव समर्थन और सहायता करने के लिए तैयार है.
भारत ने किया मदद का ऐलान
भारतीय विदेश मंत्रालय ने मुश्किल में फंसे पापुआ न्यू गिनी की मदद के लिए खजाना खोल दिया है. भारत सरकार ने आधिकारिक बयान में कहा कि पापुआ न्यू गिनी के लिए सरकार ने 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की तत्काल राहत देना का फैसला किया है. बयान में आगे कहा गया है कि फोरर्न फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC) के तहत करीबी मित्र और भागीदार पापुआ न्यू गिनी के मैत्रीपूर्ण लोगों की मदद, पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए भारत सरकार 1 मिलियन अमेरीकी डालर की तत्काल राहत सहायता देती है.
बचाव कार्य जारी
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, पापुआ न्यू गिनी में इस भारी भूस्खलन में अब तक 2000 लोग जिंदा दफन हो गए हैं. हजारों लोगों को रास्ता खाली करने का आदेश दिया गया है. राहत-बचाव टीमें धीरे-धीरे घटनास्थल पहुंच रही हैं. हालांकि अधिकारियों की मानें तों जीवित बचे लोगों के मिलने की कम उम्मीद है. जीवित बचे लोगों को खोज में निवासी बचाव टीमे भी मदद में लगी हुई हैं. खौफनाक भूस्खलन ने इस देश में भारी तबाही मचा दी है.
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