भारत और अमेरिका के बीच ड्रोन का महा डील, 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के समझौते पर लगी मुहर

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

India-US Predator Drones Deal: मंगलवार, 15 अक्‍टूबर को भारत और अमेरिका के बीच ड्रोन की महा डील हुई है. अमेरिका से 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के समझौते पर आज हस्‍ताक्षर हुए हैं. इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी है. अधिकारी ने बताया कि भारत ने 31 प्रीडेटर लॉन्ग-एंड्योरेंस ड्रोन खरीदने के लिए अमेरिका के साथ डील पक्‍की कर ली है. इनमें से भारतीय नौसेना को 15 सी गार्जियन ड्रोन, भारतीय वायु सेना को 8 स्‍काई गार्जियन ड्रोन और सेना को 8 स्काई गार्जियन ड्रोन मिलेंगे.

इतने करोड़ का सौदा

आज भारत और अमेरिका के बीच 32,000 करोड़ रुपये के सौदे पर हस्ताक्षर किए गए हैं. रक्षा अधिकारियों की उपस्थिति में दोनों पक्षों ने डील पर साइन किए. सरकार-से-सरकार समझौते के तहत हस्ताक्षरित इस सौदे में भारतीय सशस्त्र बलों को लंबी दूरी के 31 प्रीडेटर ड्रोन मिलेंगे जो काफी शक्तिशाली हैं. इन्हें भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना में शामिल किया जाएगा.

चीन पर नकेल कसने की तैयारी

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में भारत के शीर्ष रक्षा और रणनीतिक अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षरित यह डील दोनों देशों के बीच सैन्य संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम को दिखाता है. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से कुछ हफ्ते पहले ड्रोन की खरीद को अंतिम रूप दिया गया है. पिछले सप्‍ताह, पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति द्वारा एमक्यू-9बी ‘हंटर किलर’ ड्रोन (MQ-9B) की खरीद को मंजूरी दी गई थी.  

अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन की खरीदारी लगभग 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर हो रही हैं. भारत मुख्य रूप से सशस्त्र बलों के निगरानी तंत्र को मजबूत करने के लिए ड्रोन खरीद रहा है, खासकर चीन के साथ विवादित सीमा पर स्थिति को ध्‍यान में रखते हुए फैसला लिया गया है.

एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन की खासियत

पिछले साल जून में रक्षा मंत्रालय ने सरकार-से-सरकार ढांचे के तहत अमेरिका से MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन की खरीद को मंजूरी दी थी. MQ-9B ड्रोन एमक्यू-9 रीपर का एक प्रकार है जिसका इस्तेमाल हेलफायर मिसाइल के एक संशोधित वर्जन को लॉन्च करने के लिए किया गया था. इसने जुलाई 2022 में काबुल के मध्य में अल-कायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी को खत्म कर दिया था.

बेहद ऊंचाई पर लंबे समय तक उड़ने वाले ड्रोन 35 घंटे से अधिक समय तक हवा में रह सकता है. यह चार हेलफायर मिसाइल और लगभग 450 किलोग्राम बम ले जाने में सक्षम है. भारत सी गार्जियन ड्रोन खरीद रहा है क्योंकि वे समुद्री निगरानी, पनडुब्बी रोधी युद्ध और आकाश पर निशाना साधने सहित कई तरह की भूमिकाएं निभा सकते हैं.

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