Indian Railway: देश की लाइफलाइन इंडियन रेलवे ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर इतिहास रच दिया है. बता दें कि भारतीय रेलवे ने लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है. भारतीय रेलवे को यह उपलब्धि कई स्थानों पर सार्वजनिक सेवा कार्यक्रम में सबसे ज्यादा लोगों की मौजूदगी के लिए हासिल हुई है.
दरअसल, भारतीय रेलवे ने सबसे बड़ा पब्लिक सर्विस इवेंट आयोजित कर के यह रिकॉर्ड बनाया है. रेलवे मंत्रालय की तरफ से इस इवेंट को 26 फरवरी, 2024 को आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम का आयोजन 2140 जगहों पर हुआ. जिसमें 40,19,516 लोगों ने हिस्सा लिया था. इंडियन रेलवे के इस बड़े प्रयास में लोगों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिए. जिसके बाद अब रेलवे मंत्रालय के इस उपलब्धि को लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है.
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे. इस कार्यक्रम का आयोजन रेलवे पुलों के ऊपर/नीचे सड़क के उद्घाटन और रेलवे स्टेशनों की आधारशिला रखने, रेलवे स्टेशनों को मॉडर्न बनाने के काम की शुरुआत के लिए किया गया था.
जल्द दूर होगी वेटिंग टिकट की समस्या
बता दें कि एक बार फिर से अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार रेल मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया है. उन्होंने कहा, “इस कार्यकाल में उनकी पहली प्राथमिकता वेटिंग टिकट की समस्या को दूर करने की होगी. वह जल्द से जल्द इस समस्या को दूर करना चाहते हैं. रेलवे मंत्रालय इस कोशिश में जुट गया है कि सभी को कंफर्म टिकट मिले. गर्मियों में यात्रियों की समस्याओं को दूर करने के लिए इस साल पिछले साल से लगभग 10 गुना ज्यादा ट्रेन चलाई जा रही हैं. गर्मियों के सीजन में इस बार लगभग 4 करोड़ अतिरिक्त यात्रियों ने रेलवे के जरिए सफर किया है.”
2032 तक हासिल होगा लक्ष्य
अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि उनका लक्ष्य रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना है. पिछले 10 साल में हम 35 हजार किमी नया ट्रैक डाल चुके हैं. अनुमान के मुताबिक, यदि रेलवे रोजाना 3000 अतिरिक्त ट्रेन चलाए तो वह वेटिंग टिकट की समस्या से निजात पा सकती है. यह लक्ष्य 2032 तक हासिल किया जा सकता है. फिलहाल भारतीय रेलवे रोजाना 22000 ट्रेन चलाती है.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन तैयार, जल्द शुरू होगा ट्रायल
अश्विनी वैष्णव के अनुसार, अगले 60 दिनों में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलने लगेंगी. रेलवे ने ऐसी 2 ट्रेन तैयार कर ली हैं. इन्हें 6 महीने तक टेस्टिंग की प्रक्रिया से गुजरना होगा. उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन का ट्रैक भी 310 किमी तैयार किया जा चुका है. आगे का काम भी तेजी से जारी है. इसके अलावा भारतीय रेलवे पैसेंजर सेफ्टी पर भी काम कर रही है. साथ ही व्यस्त रूट्स पर नई ट्रेनें चलाने की तैयारी भी की जा चुकी है.