IAF के फाइटर पायलट शुभांशू शुक्ला जाएंगे इंटरनेशनल स्पेस सेंटर, इसरो की लगी मुहर

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Subhanshu Shukla Selected For Indo-US Mission: इंडो यूएस स्‍पेस मिशन के लिए भारत ने अपने मुख्‍य अंतरिक्ष यात्री का ऐलान कर दिया है. भारत की ओर से ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इस मिशन के मुख्य अंतरिक्ष यात्री होंगे. इसके साथ ही कैप्‍टन प्रशांत नायर को भी इस मिशन के लिए सेलेक्‍ट किया गया है.

बता दें कि इसरो ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए आगामी भारत-अमेरिका मिशन पर उड़ान भरने के लिए अपने अंतरिक्ष यात्री-नियुक्तों में सबसे कम उम्र के व्यक्ति को मुख्य अंतरिक्ष यात्री तौर पर चुना है. वहीं प्रशांत नायर को बैकअप के तौर पर इस मिशन के लिए चुना गया है. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने शुक्रवार, 2 अगस्त को इसकी जानकारी दी.

प्रशांत नायर बैकअप पायलट

इसरो ने बताया कि उसके मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र ने अंतरिक्ष स्टेशन के लिए अपने Axiom-4 मिशन के लिए एक्सिओम स्पेस इंक, अमेरिका के साथ अंतरिक्ष उड़ान समझौता किया है. राष्ट्रीय मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने इस मिशन के लिए प्राइम और बैकअप मिशन पायलट के तौर पर दो गगनयात्रियों की सिफारिश की है. ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मुख्य पायलट होंगे, जबकि ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर को बैकअप पायलट होंगे.

इस महीने से ट्रेनिंग शुरू

शुभांशु शुक्‍ला और प्रशांत नायर को गगनयात्री के नाम से जाना जाएगा. अगस्‍त महीने के पहले सप्‍ताह से ही इन अधिकारियों की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी. मिशन के दौरान, अधिकारी आईएसएस के लिए चुने गए वैज्ञानिकों के साथ रिसर्च और टेक्नोलॉजी से जुड़े प्रयोग करेंगे. इसके साथ ही स्पेस आउटरीच एक्टिविटीज का भी हिस्‍सा बनेंगे.

कौन हैं ग्रुप कैप्‍टन शुभांशू शुक्ला

यूपी की राजधानी लखनऊ में 10 अक्टूबर, 1985 को शुभांशू शुक्ला का जन्म हुआ था. ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने भारतीय वायु सेना में अपना सफर करीब 18 साल पहले शुरू किया था. उन्होंने प्रतिष्ठित नेशनल डिफेंस एकेडमी में ट्रेनिंग ली है. शुक्‍ला एक फाइटर कॉम्बैट लीडर और एक टेस्ट पायलट हैं जिनके पास करीब 2,000 घंटे का उड़ान अनुभव है. उन्होंने सुखोई-30एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और एन-32 समेत कई तरह के प्‍लेन उड़ाए हैं.

कैप्टन शुक्ला के परिवार के अनुसार कारगिल के दौरान भारतीय सैनिकों की बहादुरी और बलिदान की वीर गाथाओं को पढ़ने के बाद उन्हें सशस्त्र बलों का हिस्‍सा बनने की प्रेरणा मिली. एक इंटरव्यू में उनकी बड़ी बहन का कहना था कि 1999 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय वह सिर्फ 14 साल के थे. लेकिन इस युद्ध के किस्से सुनकर वे इस कदर प्रभावित हुए है कि उन्होंने बड़े होकर सेना में जाने का फैसला किया. 39 साल के शुभांशू शुक्ला सबसे युवा शख्स हैं, जिन्हें अंतरिक्ष या‍त्री नामित किया गया है.

गगनयान मिशन के लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्री

करीब एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को आईएएस मिशन पर रवाना करने की घोषणा की थी. गौरतलब हो कि भारत अपने पहले इंसानी अंतरिक्ष मिशन यानी गगनयान के तहत चार अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने वाला है. गगनयान मिशन के तहत चार अंतरिक्ष यात्री को चुना गया है, जिसमें शुक्ला और नायर के अलावा भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अजित कृष्णन और अंगद प्रताप भी हैं.

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