ISRO EOS-08 Satellite Launch: भारत अंतरिक्ष में आज एक और इतिहास रच दिया है. इसरो ने आज सुबह श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से सुबह 9:19 बजे नया रॉकेट एसएसएलवी D3 लांच कर दिया है. इसके साथ ही EOS-08 मिशन के तौर पर नया अर्थ ऑब्जरवेशन सेटेलाइट लॉन्च किया गया है. यह सेटेलाइट आपदाओं के बारे में अलर्ट देगा.
बताते चले कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को आज एक और कामयाबी मिली है. इसरो ने स्माल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (Small Satellite Launch Vehicle-03) के लॉन्चिंग की है. SSLV-D3-EOS-08 मिशन, फरवरी 2023 में स्माल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV-D2-EOS-07) की दूसरी परीक्षण उड़ान के दूसरे सफल लॉन्चिंग के बाद है.
इसरो की नई सैटेलाइट लॉन्चिंग से भारत अब धरती की धड़कन सुन सकेगा. अगर इसरो का मिशन सफल रहता है तो फिर भारत को आपदाओं की जानकारी समय से मिल जाएगी. जी हां, इसरो यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अपना लेटेस्ट अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट ईओएस-08 आज 16 अगस्त की सुबह 9:19 बजे नया लॉन्च कर दिया है. इसे स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हिकल यानी प्रक्षेपण यान (एसएसएलवी)-डी3 की तीसरी और अंतिम विकासात्मक उड़ान के जरिए प्रक्षेपित किया जाएगा.
#WATCH | ISRO (Indian Space Research Organisation) launches the third and final developmental flight of SSLV-D3/EOS-08 mission, from the Satish Dhawan Space Centre in Sriharikota, Andhra Pradesh.
(Video: ISRO/YouTube) pic.twitter.com/rV3tr9xj5F
— ANI (@ANI) August 16, 2024
पर्यावरण और आपदा की जानकारी देगा EOS-08
अर्थ ऑब्जरवेशन सेटेलाइट EOS-08 पृथ्वी की निगरानी करने के साथ ही पर्यावरण और आपदा को लेकर जानकारी देगा. इसके साथ ही तकनीकी प्रदर्शन भी करेगा. लगभग 175.5 किलोग्राम वजन वाला EOS-08 कई वैज्ञानिक और व्यावहारिक क्षेत्रों में मूल्यवान डाटा और अंतर्दृष्टि का योगदान देने के लिए तैयार है.
ईओएस-08 में कई स्वदेशी रूप से विकसित घटक भी शामिल हैं, जिनमें सौर सेल निर्माण प्रक्रियाएं और माइक्रोसैट अनुप्रयोगों के लिए एक नैनो स्टार-सेंसर शामिल हैं. इसरो ने कहा था कि नवाचार के लिए मिशन की प्रतिबद्धता बेहतर प्रदर्शन के लिए एक्स-बैंड डेटा ट्रांसमिशन सिस्टम तक फैली हुई है. इसरो ने कहा था, अपने नियोजित एक वर्ष के मिशन जीवन के साथ, ईओएस-08 महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करने के लिए तैयार है, जो पृथ्वी की प्रणालियों की समझ को बढ़ाएगा और समाज और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए लाभकारी अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला का समर्थन करेगा.