इसरो ने नेविगेशन सेवाओं को बढ़ाने के लिए नई पीढ़ी की सैटेलाइट नाविक को लॉन्च किया है. नाविक को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से प्रक्षेपित किया गया. सैटेलाइट को जीएसएलवी-एफ12 रॉकेट पर एनवीएस-01 (NVS-1) सैटेलाइट को लगाया गया था.
भारत का नेविगेशन सिस्टम और भी मजबूत होगा
इसरो की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, एनवीएस-01 दो हजार किलो से ज्यादा वजन वाले स्पेसक्राफ्ट की नेविगेशनल और निगरानी करने की क्षमता को बढ़ाएगा. इसरो ने ये भी कहा कि इस स्पेसक्राफ्ट को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष कक्षा में स्थापित कर दिया गया है. NVS-01 के जरिए भारत का नेविगेशन सिस्टम और भी मजबूत होने के साथ ही सीमाओं पर निगरानी करने की क्षमता को भी मजबूती देगा.
आपात स्थिति में नाविक सैटेलाइट करेगी सेना की मदद
एनवीएस-01 के सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित होने से अब पड़ोसी मुल्क के नापाक इरादों का समय रहते जवाब देने में भारत तैयार हो सकेगा. साथ ही किसी भी आपात स्थिति में नाविक सैटेलाइट देश की आंख बनकर सेना के जवानों को रास्ता दिखाएगी.