ISRO Pushpak aircraft Launch: आपने कई बार ‘पुष्पक विमान’ का नाम सुना होगा. 21 सदी में भी इसकी चर्चा खूब की जा रही है. दरअसल, इसके पीछे का कारण है पुष्पक विमान (आरएलवी-टीडी) की सफल लॉन्चिंग. आज भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है. इसरो ने आज री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल यानी RLV के क्षेत्र में कामयाबी अपने नाम की है. आज सुबह कर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्थित एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल ‘पुष्पक’ का सफल परीक्षण इसरो ने किया है.
आपको बता दें कि विमान के परीक्षण के दौरान पुष्पक ऑटोमैटिक ही रनवे पर लैंड हो गया. इस लॉन्चिंग को इसरो के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. आज इसरो ने इस लॉन्चिंग के माध्यम से ऑटोनोमस लैंडिग की क्षमता का प्रदर्शन किया. पुष्पक विमान आरएलवी-टीडी को इसरो ने कठिन युद्धाभ्यास करने, क्रॉस रें और डाउनरेंज दोनों को सही करने और पूरी तरह से ऑटोनोमस मोड में रनवे पर उतरने के लिए तैयार किया है.
पुष्पक विमान को लेकर इसरो ने क्या कहा?
इसरो द्वारा री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल यानी RLV के सफल परीक्षण के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इससे संबंधित जानकारी दी. इसरो ने बताया कि पिछले साल RLV-LEX 01 का मिशन पूरा किया गया था. इसके बाद अब RLV-LEX 02 का टेस्ट हुआ. इसने हेलीकॉप्टर से निकलने के बाद प्रारंभिक स्थितियों में ही RLV की स्वायत्त लैंडिग की क्षमता का प्रदर्शन किया. पुष्पक नाम पंखों वाले वाहन को भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा उठाया गया और 4.5 किलो मीटर की ऊंचाई से छोड़ा गया. रनवे से 4 किमी की दूरी पर रिलीज होने के बाद पुष्पक स्वायत्त रूप से क्रॉस रेंजे सुधारों के साथ रनवे पर उतरा. पुष्पक रनवे पर अच्छे से उतरा.
RLV-LEX-02 Experiment:
🇮🇳ISRO nails it again!🎯Pushpak (RLV-TD), the winged vehicle, landed autonomously with precision on the runway after being released from an off-nominal position.
🚁@IAF_MCC pic.twitter.com/IHNoSOUdRx
— ISRO (@isro) March 22, 2024
जानिए पुष्पक विमान की खासियत
आपको बता दें कि पुष्पक एक री-यूजेबल लॉन्चिंग विमान है. ये उन हवाई जहाजों जैसे दिखता है जिनके पंख होते हैं. आपको जानना चाहिए कि इसका कुल वजन करीब 1.75 टन है. यह विमान अंतरिक्ष तक पहुंच सकता है. कई विशेष और कठिन परिस्थियों में ये विमान रोबोटिक लैंडिंग में कारगार साबित होता है. आज यानी शुक्रवार को इसरो ने इस विमान के रोबोटिक लैंडिंग का ही परीक्षण किया.
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