PM Modi in Srinagar: आज जवानों में जोश, बजुर्गों की आंखों में शांति का संदेश व माताओं में उत्साह ही नया कश्मीर है. जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की सबका उद्देश्य है. इसी पैगाम के साथ आपके बीच आया हूं. उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव के पहले चरण के एक दिन बाद यानी 19 सितंबर को श्रीनगर में महारैली को संबोधित करते हुए कही. इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय पार्टियों पर जमकर निशाना साधा.
बच्चों के हाथ में पत्थर नहीं, किताबें और लैपटॉप हैं: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, साथियों जम्मू कश्मीर को टेरर से अक्षत गाड़ी से आजाद कराना जम्मू-कश्मीर के खिलाफ साजिश करने वाली हर ताकत को यहां के नौजवानों को यहीं पर रोजगार के मौके दिलाना यह मोदी का इरादा है मोदी का वादा है. पीएम मोदी ने आगे कहा, हमारी एक और पीढ़ी को एक और नस्ल को तीन खानदानों के हाथों में तबाह नहीं होने दूंगा. इसलिए अमन की बहाली के लिए पूरी ईमानदारी से जुड़ा हूं आज देखिए पूरे जम्मू कश्मीर में स्कूल कॉलेज आराम से चल रहे हैं, बच्चों के हाथ में पत्थर नहीं है, किताबें और लैपटॉप हैं.
नेकां- PDP और कांग्रेस पर बरसे पीएम मोदी
क्षेत्रीय पार्टियों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी कहा, जम्मू-कश्मीर खानदानों के शिकंजे में रहने वाला नहीं है. जिन नौजवानों को इन्होंने आगे नहीं बढ़ने दिया वहीं नौजवान इनके खिलाफ मैदान में उतर आए हैं. उन्होंने आगे कहा कि बहुत से युवा ऐसे हैं, जिन्हें कॉलेज तक पहुंचने में देश के बाकी बच्चों से ज्यादा साल लगे. यह इसलिए नहीं हुआ कि जम्मू-कश्मीर के नौजवान फेल होते रहे. बल्कि, इसलिए हुआ क्योंकि कांग्रेस, नेशनल-कांफ्रेंस और पीडीपी के तीन खानदान फेल हुए थे. उन्होंने अपनी सियासी दुकान चलाने के लिए नफरत का सामान बेचा.
जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन खानदान रहे जिम्मेदार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि कुछ दिन पहले मैं जम्मू-कश्मीर आया था, तो कहा था जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन खानदान जिम्मेदार रहे हैं और तब से दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक ये लोग बौखलाए हुए हैं. इन्हें लगता है कि जैसे-तैसे कुर्सी पर पैर जमाना और फिर आप सबको लूटना इनका पैदाइशी हक है. जम्मू कश्मीर की अवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही इनका एजेंडा रहा है.
चुनाव में बंपर वोटिंग को लेकर बोले पीएम मोदी
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, साथियों जम्मू-कश्मीर में इस समय जम्हूरियत का त्यौहार चल रहा है कल ही यहां सात जिलों में प्ले-डोर की वोटिंग हुई है. पहली बार दहशतगर्दी के साइन के बिना यह मतदान हुआ है हम सभी के लिए यह बहुत खुशी की बात है गर्व की बात है, लोग वोटिंग के लिए अपने घरों के बाहर निकले युवा हो महिलाएं हो बुजुर्ग हूं. सभी ने खुले मन से वोटिंग की है.