Jammu Kashmir New CM: 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बन गई है. नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इनके साथ ही सुरेंद्र चौधरी ने जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है. आइए जानते हैं जम्मू-कश्मीर की नई सरकार में किस-किसको मिला मंत्री पद…?
दरअसल, श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर और उनके मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के पहले और जम्मू-कश्मीर में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं. उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, NCP शरद गुट से सुप्रिया सुले, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, CPI से डी राजा और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल हुए.
#WATCH उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, JKNC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, AAP नेता संजय सिंह, CPI नेता डी राजा सहित… pic.twitter.com/3CoXSIWVsz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 16, 2024
जानिए किसे मिला अब्दुल्ला कैबिनेट में जगह-
उमर अब्दुल्ला के साथ NC की तरफ से सुरेंद्र चौधरी, जावेद डार, सकीना इट्टू, जावेद राणा और सतीश शर्मा मंत्री बनाए गए हैं.
सकीना इटू- जम्मू-कश्मीर की डीएच पोरा से MLA, 4 बार मंत्री और 4 बार विधायक रहीं.
सुरेंद्र चौधरी- नौशेरा से नेशनल कांफ्रेंस के विधायक, J-K बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र रैना को हराया. पिछले चुनाव में रविंद्र रैना से हारे थे.
जावेद अहमद राणा- पुंछ जिले के मेंढर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक, BJP उम्मीदवार मुर्तज़ा अहमद खान को हराया.
सतीश शर्मा- जम्मू के छम्ब सीट से निर्दलीय विधायक, चुनाव के बाद नेशनल कांफ्रेंस में शामिल.
जावेद डार- रफियाबाद सीट से विधायक, 9 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की.
शेख अब्दुल्ला को श्रद्धांजलि अर्पित की
शपथ ग्रहण से पहले उमर अब्दुल्ला ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी. पठानी सूट और कोट पहने 54 वर्षीय अब्दुल्ला ने पार्टी संस्थापक के स्मारक पर फूल चढ़ाए. नेकां ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पूर्व उमर अब्दुल्ला ने हजरतबल में अपने दादा शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर दुआ मांगी.’’
सरकार में नहीं शामिल हुई कांग्रेस
बता दें कि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के बीच चुनाव से पहले का अलायंस है. दोनों दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़े थे लेकिन कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं है. नेशनल कांफ्रेंस ने कांग्रेस को एक मंत्री पद ऑफर किया था लेकिन कांग्रेस को ये मंजूर नहीं है. कांग्रेस दो मंत्री बनाने की मांग कर रही थी लेकिन जब उमर अब्दुल्ला ने इससे इनकार कर दिया तो कांग्रेस ने सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया. हालांकि, इस बारे में जब उमर अब्दुल्ला से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ”ऑल इज वेल”.