Kalki Dham Foundation Day: संभल के प्रसिद्ध कल्कि धाम में बुधवार को पहले स्थापना दिवस का भव्य आयोजन किया गया. इस शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कल्कि धाम पहुंचकर उत्खनन कार्य का शुभारंभ और पूजा-अर्चना की. उनके साथ कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम भी उपस्थित रहे. यह आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है, जिसमें संत-महात्मा, विद्वान और गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए.
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में भारत एक्सप्रेस के सीएमडी उपेंद्र राय ने कार्यक्रम में शिरकत की और इस धार्मिक आयोजन की भव्यता को सराहा. उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक महत्वपूर्ण केंद्र बताया.
धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल
कल्कि धाम में बुधवार सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. इस पावन अवसर पर आचार्य प्रमोद कृष्णम और अन्य धर्माचार्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजा-अर्चना करवाई. सुधांशु महाराज की उपस्थिति ने कार्यक्रम की भव्यता को और अधिक बढ़ा दिया. धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ संतों और विद्वानों के प्रवचनों से श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ.
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास के इलाकों को विभिन्न सुरक्षा सेक्टरों में विभाजित किया. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो.
प्रसिद्ध कवि मनोज मुंतशिर भी रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में मशहूर गीतकार और कवि मनोज मुंतशिर भी उपस्थित रहे. उन्होंने अपने भावनात्मक और प्रेरणादायक शब्दों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. मनोज मुंतशिर के आने से कार्यक्रम को एक अलग ही गरिमा प्राप्त हुई.
कल्कि धाम: एक आध्यात्मिक केंद्र
कल्कि धाम, हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के दसवें अवतार भगवान कल्कि को समर्पित है. आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा स्थापित यह धाम न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है. यहां नियमित रूप से भव्य पूजा-अर्चना और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है.