Kamal Haasan on Hooch tragedy: मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) के प्रमुख कमल हासन ने आज यानी रविवार को कल्लकुरिची अवैध शराब मामले के पीड़ितों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पीड़ितों को ही लापरवाह बता दिया.
जानिए क्या बोले हासन
दरअसल, रविवार को अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने पीड़ितो से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात की. समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से मिली खबर के अनुसार हासन ने कहा कि इन पीड़ितों को समझना होगा कि उन्होंने अपनी सीमा पार कर ली है और वे लापरवाह हैं. उन्हें सावधान रहना होगा. उन्हें अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा. हासन ने आगे कहा कि सरकार से मेरा अनुरोध है कि वे मनोरोग केंद्र बनाएं, जो उन्हें परामर्श देंगे. उन्हें कभी-कभार शराब पीनी चाहिए, या फिर सामाजिक तौर पर शराब पीनी चाहिए, लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि किसी भी रूप में सीमा पार करना, चाहे वह चीनी हो या कोई और चीज, बुरा है.
#WATCH | Tamil Nadu: After meeting the Hooch tragedy victims, MNM party chief Kamal Haasan says, “…These victims will have to understand they have exceeded their limit and they have been careless. They have to be careful. They have to take care of their health. My request to… pic.twitter.com/qrci9g8OFs
— ANI (@ANI) June 23, 2024
आगे कमल हासन ने कहा कि शराब के मामले में ‘अपनी सीमा पार’ करने वालों के पुनर्वास के लिए प्रावधान होना चाहिए, सरकार से मेरा अनुरोध है कि ऐसे मनोरोग केंद्र बनाए जाएं जो उन्हें परामर्श देंगे.
शराब कांड में अब तक 53 लोगों की मौत
जानकारी दें कि तमिलनाडु राज्य के अधिकारियों के अनुसार कल्लकुरिची शराब मामले में अभी तक करीब 53 लोगों की मौत होने की सूचना है. वहीं, इस शराब मामले में 193 लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
इस मामले के कारण सत्तारूढ़ डीएमके को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है तथा तमिलनाडु विधानसभा ने इस मामले तथा राज्य में अवैध शराब की आपूर्ति पर चर्चा की मांग की है.
मामले में कार्रवाई जारी
गौरतलब है कि तमिलनाडु राज्य में पुलिस अवैध शराब के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इस घटना के बाद तिरुचिरापल्ली जिले में पुलिस ने कम से कम 250 लीटर अवैध शराब जब्त किया और उसको नष्ट कर दिया.
इस घटना के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार उन सभी बच्चों की शिक्षा और छात्रावास का खर्च वहन करेगी, जिन्होंने इस हादसे में अपने माता पिता को खो दिया है.
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