Ram Mandir: केरल का प्रसिद्ध श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर 22 जनवरी को अपने अभिषेक के अवसर पर अयोध्या में भगवान राम मंदिर को एक पारंपरिक औपचारिक धनुष ‘ओनाविल्लू’ भेंट करेगा. धनुष को भगवान् राम मंदिर को उपहार के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा . श्री पद्मनाभस्वामी के कार्यकारी अधिकारी ने एक बयान में कहा मंदिर तंत्री और उसके प्रशासनिक पैनल के सदस्य 18 जनवरी को मंदिर के पूर्वी प्रवेश द्वार पर आयोजित एक समारोह में श्री राम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रतिनिधियों को शाम साढ़े पांच बजे ‘ओनाविल्लू’ सौंपेंगे .
क्या होता है ओनाविल्लू?
‘ओनाविल्लू’ तीन शताब्दी पुरानी परंपरा के हिस्से के रूप में भगवान श्री पद्मनाभ को समर्पित एक औपचारिक भेंट है. यहां के पारंपरिक परिवार के सदस्य हर साल शुभ ‘थिरु ओणम’ दिन पर भगवान पद्मनाभ मंदिर में कलात्मक भेंट चढ़ाते हैं. मंदिर के एक अधिकारी ने बताया, ”भगवान पद्मनाभ के भक्तों की ओर से अयोध्या मंदिर को औपचारिक धनुष भेंट किया जाता है.” उन्होंने कहा, इसे कोच्चि से उड़ान के जरिए अयोध्या ले जाया जाएगा.
भक्तों के लिए कल मंदिर परिसर में शुभ धनुष की एक झलक पाने की व्यवस्था की जाएगी. अधिकारी ने कहा कि उन्हें बाद में औपचारिक धनुष लेकर मंदिर की परिक्रमा करने का भी मौका मिलेगा. भक्तो द्वारा पवित्र जाने वाला विल्लू एक धनुष के आकार का लकड़ी का पैनल होता है जिसके दोनों तरफ ‘अनंतशयनम’, पौराणिक नाग अनंत, ‘दशावतारम’, भगवान विष्णु के अवतार, श्रीराम पट्टाभिषेकम, भगवान राम का अभिषेक जैसे विषयों पर चित्र होते हैं.
देश भर से 11000 से अधिक मेहमान होंगे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता के अनुसार, ‘प्राण प्रतिष्ठा’ 22 जनवरी को दोपहर 12:15 बजे से 12:45 बजे के बीच रखी गई है. अभिषेक मंदिर के गर्भगृह के भीतर होगा, जहां भगवान राम के 5 वर्षीय बाल रूप को दर्शाने वाली मूर्ति को अपना पवित्र स्थान मिलेगा. इस मूर्ति को मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है. देशभर में 11000 से अधिक मेहमानों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए ट्रस्ट से निमंत्रण मिला है.