Akhilesh Yadav के वार पर केशव प्रसाद मौर्य ने किया पलटवार, कहा- ‘सपा प्रमुख छात्रों की भावनाओं का कर रहे हैं…’

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Prayagraj Student Protest: छात्रों द्वारा प्रयागराज में किया जा रहा प्रदर्शन आज चौथे दिन भी जा रही है. छात्रों के प्रदर्शन को लेकर व‍िपक्षी दलों के नेता सत्ताधारी दल पर लगातार हमलवार हैं. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखि‍लेश यादव इस मुद्दे पर लगातार सरकार को घेरने में जुटे हुए हैं. यूपी के उप-मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखि‍लेश के वार पर पलटवार क‍िया है.

भाजपा सरकार युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के प्रति है प्रतिबद्ध

ड‍िप्‍टी सीएम ने सोशल मीडिया मंच एक्‍स पर ल‍िखा, ”उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. हमारी प्राथमिकता है कि सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पारदर्शी और निष्पक्ष हों, मानकीकरण की समस्या का भी समाधान हो, जिससे हर योग्य उम्मीदवार को उसका हक मिले.” उन्‍होंने आगे ल‍िखा, ”दुर्भाग्यपूर्ण है कि सपा प्रमुख श्री अखिलेश यादव अपने कार्यकाल के काले कारनामे भूलकर राजनीतिक लाभ के लिए छात्रों की भावनाओं का राजनीतिकरण कर रहे हैं.

“सूप बोले तो बोले, चलनी भी बोले जिसमें बहत्तर छेद हैं”- आंदोलन की आड़ में माहौल बिगाड़ने की इनकी कोशिशों को समझदार प्रतियोगी छात्र भली-भांति समझते हैं. इस रुख के साथ सपा का “समाप्तवादी पार्टी” बनना तय है.” मौर्य ने ल‍िखा, ”योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार छात्रों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए संवाद के माध्यम से हर संभव प्रयास कर रही है. हम युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के प्रति दृढ़ हैं और सक्षम अधिकारी छात्रों के साथ समन्वय स्थापित कर समाधान सुनिश्चित करेंगे. युवा प्रदेश का भविष्य हैं और भाजपा उनकी हर आकांक्षा के साथ मजबूती से खड़ी है.”

प्रदर्शन का चौथा द‍िन

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर पीसीएस और RO/ARO प्रारंभिक परीक्षा एक दिन एक शिफ्ट में कराने की मांग और नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे प्रतियोगी छात्रों पुलिस ने बलपूर्वक हटाने का प्रयास किया. पुलिस ने आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आशुतोष पांडे सहित कई छात्रों को हिरासत में ले लिया. अचानक पुलिसकर्मियों के छात्र आंदोलन के बीच पहुंचने से अफरा तफरी मच गई. पुलिस के मंसूबो को समझने के बाद प्रतियोगी छात्र भी डट गए.

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