Land for Job Scam: लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव की फैमिली को बड़ी राहत मिली है. बता दें कि दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आज हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने राबडी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और हृदयानंद चौधरी को अंतरिम जमानत दे दी है. वहीं, नियमित जमानत पर ED ने जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा है. ED की मांग को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया. इस मामले पर अगली सुनवाई 28 फरवरी को की जाएगी.
जानिए पूरा मामला
आपको बता दें कि ‘नौकरी के बदले ज़मीन’ घोटाला मामले में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट आज सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान कोर्ट में राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव मौजूद रहीं. कोर्ट ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी बेटी हेमा यादव और राजद सांसद मीसा भारती को सुनवाई की अगली तारीख तक अंतरिम जमानत दे दी है. इस मामले में अगली सुनवाई 28 फरवरी को होगी और आरोपियों की रेगुलर बेल पर भी इसी तारीख को सुनवाई होगी.
ED की चार्जशीट पर कोर्ट ने किया था तलब
ज्ञात हो कि लैंड फॉर जॉब मामले की चार्जशीट में ED ने लालू यादव के साथ राबड़ी पर भी इस घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है. आरोप है कि ज़मीन को बेचकर जो पैसा आया था वो बेटे तेजस्वी को दिया गया, जिसका इस्तेमाल दिल्ली के न्यू फ़्रेंड्स कॉलोनी में बंगला खरीदने के लिए किया गया. ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में 27 जनवरी को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती और हेमा यादव सहित अन्य को तलब किया था.
ED की चार्जशीट पर कोर्ट ने किया था तलब
बता दें कि लैंड फॉर जॉब मामले की चार्जशीट में ED ने लालू यादव के साथ राबड़ी पर भी इस घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है. बताया गया है कि ज़मीन को बेचकर जो पैसा आया था वो बेटे तेजस्वी को दिया गया, जिसका इस्तेमाल दिल्ली के न्यू फ़्रेंड्स कॉलोनी में बंगला खरीदने के लिए किया गया. गौरतलब है कि दिल्ली की एक अदालत ने ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में 27 जनवरी को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती और हेमा यादव सहित अन्य को तलब किया था.
जानिए क्या है लैंड फॉर जॉब्स घोटाला?
बताते चले कि 2004-2009 के बीच लैंड फॉर जॉब्स स्कैम हुआ था. उस मसय लालू यादव रेल मंत्री थे. इस दौरान रेलवे में ग्रुप D में भर्तियां हुईं थी. कई लोगों को आवेदन देने के 3 दिन में ही नौकरी मिल गई. इस मामले में आरोप लगा कि उम्मीदवारों से नौकरी के बदले घूस में जमीन ली गई है. इस परूरे मामले की जब जांच की गी तो खुलसा हुआ. जिसके बाद लालू परिवार पर भी जमीन के बदले नौकरी देने का आरोप लगा. ED ने चार्जशीट में बताया कि लालू परिवार को 7 जगहों पर जमीनें मिलीं हैं. जांच में यह भी खुलास हुआ कि बिना विज्ञापन जारी किए आनन-फानन में नौकरियां दी गईं. इस दौरान 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन महज 26 लाख में खरीदी गई, जिसकी उस समय की कीमत करीब 4.39 करोड़ थी. लालू यादव की फैमिली पर 600 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है.