Lok Sabha Election 2024: सलेम रैली में दिखा PM मोदी का अलग अंदाज, 11 नारी शक्तियों का किया सम्मान

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का मिशन दक्षिण जारी है. केरल में रोड शो करने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) तमिलनाडु पहुंचे. तमिलनाडु के सेलम में पीएम मोदी का स्वागत किया गया. पीएम मोदी ने सलेम में चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान मंच पर एक अलग ही नजारा देखने को मिला. पीएम मोदी ने मंच पर 11 नारी शक्तियों का सम्मान किया.

DMK सरकार की उड़ी नींद: पीएम मोदी

रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, बीते सप्ताह में मुझे अनेक बार तमिलनाडु आने का मौका मिला है. लेकिन, इस बार आपके दर्शन करने का सौभाग्य मिला है. तमिलनाडु में बीजेपी को मिल रहा ये जनसमर्थन पूरा देश देख रहा है. पूरा देश इसकी चर्चा कर रहा है. बीजेपी, मोदी और एनडीए को जो जनसर्मथन मिल रहा है, ये जो आशीर्वाद मिल रहे हैं उसने डीएमके सरकार की नींद उड़ा दी है.

हिंदू धर्म को बनाया जा रहा निशाना’

विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘अभी तो चुनाव अभियान की शुरुआत हुई है, लेकिन विपक्षी गठबंधन की योजना मुंबई में हुई उनकी पहली रैली में ही खुलकर सामने आ गई है. ये कह रहे हैं कि हिंदू धर्म की जिस शक्ति में आस्था होती है, उन्हें इस शक्ति का विनाश करना है. हिंदू धर्म में शक्ति किसे कहते हैं, ये तमिलनाडु का हर व्यक्ति जानता है. INDI अलायंस के लोग बार-बार जानबूझकर हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं.’

नारीशक्ति की हर परेशानी के सामने ढाल बनकर खड़ा है मोदी ‘

पीएम मोदी ने कहा, ‘डीएमके और कांग्रेस का विपक्षी गठबंधन किसी अन्य धर्म का अपमान नहीं करता, किसी और धर्म के खिलाफ इनकी जुबान से एक शब्द नहीं निकलता. लेकिन, हिंदू धर्म को गाली देने में ये एक सेकंड नहीं लगाते. हिंदू धर्म में शक्ति का मतलब होता है मातृ शक्ति, नारी शक्ति..लेकिन विपक्षी गठबंधन की कांग्रेस और डीएमके कह रही हैं कि वे शक्ति को तबाह करेंगे. मोदी, देश की नारीशक्ति की हर परेशानी के आगे ढाल बनकर खड़ा है.’

पीएम ने बताया खुद से जुड़ा एक किस्सा…

पीएम मोदी ने इस दौरान खुद से जुड़ा एक किस्सा भी बताया. उन्होंने बताया, 40-45 साल पहले जब मैं कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर था, तो सेलम का एक नौजवान रत्तावेल मेरे साथ मेरे ग्रुप में थे. तब रत्तावेल मुझे तमिल सिखाने की कोशिश करते थे. उन्हीं के जरिए सेलम के बारे में बहुत कुछ जानने को मिलता था. तभी से मेरे मन में सेलम के प्रतिएक अलग आकर्षण था.
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