Mahakumbh: Mahatmya Par Mahamanthan: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर में शुक्रवार को भारत एक्सप्रेस के मेगा कॉन्क्लेव ‘महाकुंभ: माहात्म्य पर महामंथन’ में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने सभी सवालों का बड़ी ही बेबाकी से जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश यादव को लेकर ओपी राजभर ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान का पानी पी लिया है. आइए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा…
सामाजिक समाजवादी पार्टी द्वारा कुंभ में आमंत्रण देने पर सवाल खड़ा करने को लेकर पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा पहली बार इतने बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार महाकुंभ का हुआ है. शायद अखिलेश जी को नहीं पता उनकी भी सरकार ने महाकुंभ हुआ है और वह प्रदेश में ही सीमेंट के रह गए.
ओपी राजभर ने कहा कि आज महाकुंभ की बदौलत भारत की केवल देश ही नहीं दुनिया भर में चर्चा हो रही है. सपा प्रमुख को यह चीज दिख क्यों नहीं रही हैं सवाल का जवाब देते हुए ओपी राजभर ने अखिलेश यादव को पाकिस्तान से जोड़ दिया.
अखिलेश यादव ने पाकिस्तान का पानी पी लिया है
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव ने पाकिस्तान का पानी पी लिया है. वहां के पानी में ही विरोध है इस नाते वह विरोध करते हैं. उदाहरण देखिए भगवान राम का मंदिर अयोध्या में बना तब भी विरोध किया उन्होंने. आयुष्मान भारत योजना से लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना तक का विरोध करते हैं. ओपी राजभर ने कहा कि जब अखिलेश यादव जी सत्ता में रहते हैं तो उन्हें सूखी घास भी हरी दिखाई देती है और जब सत्ता से बाहर आते हैं तो चश्मे का पावर बदल जाता है.
165 साल तक भारत पर किसी ने भी आंख नहीं दिखाया
कुंभ क्षेत्र को वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी बताने को लेकर मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने बेबाकी से अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि शायद जो लोग कह रहे हैं उन्हें पता नहीं है जब इस देश को गुलाम बनाने के लिए सैयद सालार गाजी आए, तब 585 राजाओं में कोई राजा टिक नहीं पाया कोई हार गया कोई मर गया, कोई शरण में चला गया. तब महाराजा सुहेलदेव राजभर ने नानपारा मैदान बहराइच में उस आता ताई जुल्मी को मार दिया वहां आज भी गाजी मियां के नाम से मजार भी बनी है और महाराजा सुहेलदेव राजभर के नाम से भव्य दिव्य मूर्ति भी वहां बनी है. इसके बाद 165 साल तक भारत पर किसी ने भी आंख नहीं दिखाया. तब यहां कहां से वक्त बोर्ड की जमीन आ गई.
यह मोदी जी और योगी जी का राज है
मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि यह मोदी जी और योगी जी का राज है कानून का राज है. कानून के दायरे में 1359 फसलों में अगर आपका नाम दर्ज है तो आपको जमीन देंगे लेकिन अगर नहीं है तो नहीं देंगे सीधी बात है. बैक बोर्ड की जमीनों पर मुसलमान के साथ मुसलमान धोखा कर रहा है कुछ ऐसे मुसलमान हैं जो वक्फ बोर्ड की जमीनों का बिजनेस बना लिए हैं. वह इन्हें बेचते हैं और पैसा कमाते हैं इसका लाभ उसे गरीब मुसलमान को नहीं मिल रहा ना गरीब मुस्लिम महिलाओं को मिल रहा है. इसलिए वक्फ बोर्ड के जमीन के कानून में परिवर्तन हो रहा है ताकि जो लोग लुटेरे हो गए हैं उनसे बचने के लिए कानून लाया जा रहा है. इस वजह से यह दिक्कत इन लोगों को हो रही है. सवाल खड़ा कर रहे हैं कि यह कानून क्यों ला रहे हैं यह चाहते हैं कि हम लूटते रहे वह देखते रहें. लेकिन हम तो कानून वाले हैं ना.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि संविधान के दायरे में कहीं किसी को कोई रोक नहीं है. भारत के प्रधानमंत्री ने अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाई. इससे सीख लेना चाहिए कि हमारे देश के प्रधानमंत्री हमारे धर्म को भी मानता है हमारे मजहब के हिसाब से वहां चादर चढ़ावाया. रक्षा मंत्री एवं अल्पसंख्यक कल्याण केंद्रीय मंत्री वहां जा सकते हैं दुआ ले सकते हैं, तो महाकुंभ में नहा करके आप भी तो दुआ ले सकते हैं.
देश के प्रधानमंत्री सभी को साथ लेकर चल रहे हैं
मैंने सभी को आमंत्रित किया है मैं खुली बात कहता हूं, नफरत छोड़ो. अगर आप मोहम्मद साहब को मानते हो, तो मोहम्मद साहब ने कहा है भाईचारा मिल्लत पैदा करो. उनके साथ छोड़ो जो आपको नफरत सीखाते हैं दूर भागते हैं यह भारतीय जनता पार्टी एनडीए सरकार देश और प्रदेश में है यह नफरत नहीं प्यार सिखाती है. कांग्रेस समेत तमाम सरकार से पहले रही लेकिन पहली बार इस सरकार में 51 मुस्लिम बच्चे IAS पास किए हैं. उन्होंने कहा कि भारत की विशेषताओं से भारत देश है. देश के प्रधानमंत्री सभी को साथ लेकर चल रहे हैं. विपक्ष के लोग इसलिए चिल्ला रहे हैं उनको डर है कि कहीं मुसलमान भाई उनके साथ ना छोड़ दें.
कुंभ में स्नान के लिए राहुल गांधी और अखिलेश यादव को निमंत्रण देने के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन के समय स्पीकर ने सभी पार्टियों के नेताओं के साथ ही अखिलेश यादव और राहुल गांधी को आने का न्योता दिया था. कांग्रेस के लोग तो गए थे लेकिन अखिलेश यादव नहीं गए. यह सदन की कार्रवाई में रिकॉर्ड पर है. कैसे झुठला देंगे. वहीं इस बार महाकुंभ का निमंत्रण सभी के पास गया है. अपने अंदाज में ओपी राजभर ने कहा कि अगर मुझे मुख्यमंत्री जी का निर्देश हो जाए तो मैं उनके घर में घुसकर दे आऊं न्योता.