रिसर्च में बड़ा दावा, कुंभ में स्‍नान करना एक प्राकृतिक टीका, डेवलप होती है हर्ड इम्युनिटी

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Mahakumbh: सनातन धर्म के सबसे बड़े और पवित्र धार्मिक आयोजनों में एक महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हुआ. आज इस मेले का नौवां दिन है. संगम की रेती पर महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा. इसी बीच बीएचयू सहित तीन संस्‍थानों के रिसर्च में दावा किया गया है कि कुंभ स्‍नान प्राकृतिक टीकाकरण है.

बीएचयू, एनबीआरआई और प्रोफेसर एसएन त्रिपाठी मेमोरियल फाउंडेशन के वैज्ञानिकों के रिसर्च में ये बात आई सामने आई है. रिसर्च के अनुसार, कुंभ के सभी महत्वपूर्ण स्नान करने वाले कल्पवासियों में हर्ड इम्युनिटी डेवलप होती है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोत्‍तरी होती है.

कुंभ में स्‍नान करना एक प्राकृतिक टीका

2013 में आईएमएस बीएचयू, एनबीआरआई लखनऊ और एसएन त्रिपाठी मेमोरियल फाउंडेशन के वैज्ञानिकों के शोध में ये बात पता चली थी कि कुंभ स्नान से व्यक्ति में हर्ड इम्युनिटी विकसित होती है. यही बात साल 2019 के अर्ध कुंभ में भी सामने आई. वहीं इस बार के महाकुंभ में भी वैज्ञानिकों की टीम लगातार वहां के कल्पवासियों और श्रद्धालुओं पर यही शोध कर रहे हैं. रिसर्च में इस बात की पुष्टि की गई है कि कुंभ में स्नान करना एक प्राकृतिक टीका है.

इम्युनोग्लोब्युलिन की बढ़ने की देखी गई प्रवृत्ति

इस शोध के बारे में रिसर्च टीम का हिस्सा रहे डॉक्टर वाचस्पति त्रिपाठी ने जानकारी दी. उन्‍होंने बताया कि 2013 में हमने प्रयागराज में कुंभ के मौके पर प्रत्येक प्रमुख स्नान पर संगम स्थल और आसपास के 765 सैंपल लिए थे और कल्पवास करने और स्नान करने गए 1000 लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया और ब्लड टेस्ट किया. प्रमुख जांच में किडनी फंक्शन टेस्ट, सीबीएस, लिवर फंक्शन, टेस्ट और टाइफाइड जैसे जांच किए गए. जांच में पाया गया कि सैंपल के तौर पर लिए गए जल में कई तरह के सूक्ष्म जीवाणु पाए गएं और इम्युनोग्लोब्युलिन की बढ़ने की प्रवृत्ति देखी गई.

सभी 6 महत्वपूर्ण स्नान में हुए थे शामिल

डॉक्टर वाचस्पति त्रिपाठी ने आगे बताया कि किसी भी कल्पवासी या स्नान करने वाले को कोई भी संक्रमण की बीमारी नही हुई. शोध में ये भी पाया गया कि करोड़ों लोगों के स्नान करने से नेचुरल एक्टिव अक्वायर्ड इम्युनिटी सिस्टम विकसित हुआ, जिससे स्नान करने वालों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने में मदद मिली. स्नान करने वालों की शरीर में एंटीजन बनने से हर्ड इम्युनिटी विकसित हुई.

इसके साथ ही ये भी सामने आया कि करोड़ों लोगों के स्नान करने से उस पानी की साइंटिफिक वैल्यू भी बहुत बढ़ जाती है, लेकिन रिसर्च में ये बात भी सामने आई कि ये लाभ उन्हीं कल्पवासियों और स्नान करने वालों में दिखा जो सभी 6 महत्वपूर्ण स्नान में शामिल हुए थे.

सभी प्रमुख 6 स्नान हैं आवश्‍यक

रिसर्च में पता चला कि इसके अलावा पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि इन सभी प्रमुख तिथियों के स्नान पर ही ये रिजल्‍ट सामने आए. इस बार के महाकुंभ में भी एसएन त्रिपाठी मेमोरियल फाउंडेशन की शोध चल रहा है. त्रिपाठी ने आगे बताया कि इस बार भी हमने हज़ार लोगों के ही नमूने एकत्र किए और अभी तक वही परिणाम आया है जो 2013 में सामने आया था. ऐसे में ये बात साइंटिफिक सिद्ध हुई है कि कुंभ स्नान एक तरह से अमृत पान ही है, लेकिन हर्ड इम्युनिटी के लिए सभी प्रमुख 6 स्नान जरूरी हैं.

ये भी पढ़ें :- Indonesia: जावा द्वीप पर भूस्खलन-बाढ़ का कहर, 16 की मौत, नौ लोग लापता

Latest News

Indonesia: इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर बाढ़ और भूस्खलन का कहर, 16 लोगों की मौत; नौ लापता

Indonesia landslide: इंडोनेशिया में मूसलाधार बारिश के चलते नदियां उफान पर है. इस दौरान वो लगातार अपने किनारों को...

More Articles Like This

Exit mobile version