Maharashtra: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस की ‘खटा-खट’ टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि ‘खटा-खट, खटा-खट’ करके लोगों को एक भी रुपया नहीं दिया गया और महाराष्ट्र सरकार लोगों के खातों में पैसा डालती है, ‘पट-पट, पट’. सीएम शिंदे ने कहा, कांग्रेस के पास देने का इरादा नहीं है, उन्होंने लोगों से सिर्फ लेना सीखा है.
उन्हें देना नहीं आता, उन्हें लेना आता है- सीएम
सीएम ने आगे कहा, वह सही हैं, क्योंकि उनके पास देने का इरादा नहीं है. उन्हें देना नहीं आता, उन्हें लेना आता है. अगर पीएम मोदी एक रुपया भेजते हैं तो पूरा रुपया डीबीटी (डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर) में चला जाता है. उन्होंने कहा, हमने आरबीआई और केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया. हम जीडीपी का 25 प्रतिशत ऋण ले सकते हैं.
हम हर दिशा-निर्देश का करते हैं पालन- एकनाथ शिंदे
हमारा ऋण 17.5 प्रतिशत है और हम एफआरबीएम (राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम) के 3 प्रतिशत के भीतर हैं. हम हर दिशा-निर्देश का पालन करते हैं, हमने किसी चीज का उल्लंघन नहीं किया है, इसलिए हमने इसके लिए पूरे साल का बजट रखा है, इसलिए इस योजना को बंद नहीं किया जाएगा. लाडली बहन योजना को कोई नहीं रोक पाएगा.
कांग्रेस के वादे अधूरे
सीएम एकनाथ शिंदे ने हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना का उदाहरण देते हुए कहा, इन राज्यों से कांग्रेस पार्टी के वादे अधूरे रह गए. सीएम ने कहा, विपक्ष के लिए यह सब अप्रत्याशित था, उन्हें लगता है कि हम सिर्फ कठपुतली हैं. उन्हें नहीं पता था कि हम इतनी बड़ी योजना चलाएंगे और विकास को आगे बढ़ाएंगे. उद्योग जगत भी हम पर भरोसा कर रहा है.
हमारी सरकार लोगों के लिए करती है काम
हमारी सरकार लोगों के लिए काम करती है और पिछली सरकार अपने लिए काम करती थी, अपनी संपत्ति बनाती थी, अपने फायदे के लिए, उनके कुछ नेता कहते थे, खटा, खट, खटा-खट, एक भी रुपया नहीं दिया. हमारी सरकार ने लोगों के खातों में पैसा डाला, पटा-पट, पटा पट.