महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा के अगुवाई वाले महायुति ने अप्रत्याशित प्रदर्शन किया. महायुति को 235 और महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी, एनसीपी शरद पवार) को 50 से भी कम सीटें मिली. वहीं, अब शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने चुनाव नतीजों पर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को महाराष्ट्र में मतपत्रों से दोबारा चुनाव कराने की मांग. उन्होंने दावा किया कि ईवीएम में अनियमितताएं हैं.
संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए ईवीएम में खराबी की कई शिकायतों का आरोप लगाया और हाल ही में हुए चुनावों की अखंडता पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, इस चुनाव में ईवीएम एक बड़ा मुद्दा रहा है. इसलिए इस बार हम कहते हैं कि ये परिणाम को रखिए और ये चुनाव एक बार मतपत्र यानी बैलट पेपर पर करा लीजिए.
‘हमें ईवीएम के संबंध में मिली हैं 450 शिकायतें’- संजय राउत
संजय राउत ने आगे कहा, “हमें ईवीएम के संबंध में लगभग 450 शिकायतें मिली हैं. बार-बार आपत्तियां उठाने के बावजूद, इन मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हम कैसे कह सकते हैं कि ये चुनाव निष्पक्ष रूप से आयोजित किए गए थे? इसलिए, मैं मांग करता हूं कि नतीजों को अलग रखा जाए और दोबारा चुनाव कराए जाएं.” राउत कहा, नासिक में एक उम्मीदवार को अपने परिवार से 65 वोट होने के बावजूद कथित तौर पर केवल चार वोट मिले. जबकि,डाबिवली में EVM आंकड़ों में विसंगतियां पाई गईं और चुनाव अधिकारियों ने आपत्तियों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया.
‘ईवीएम की गड़बड़ी को नहीं किया जा सकता नजरअंदाज’- संजय राउत
इस दौरान संजय राउत ने कुछ उम्मीदवारों की भारी जीत की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाया और कहा, “डेढ़ लाख से अधिक वोट प्राप्त करने के लिए उन्होंने कौन सा क्रांतिकारी काम किया है? यहां तक कि हाल ही में दल बदलने वाले नेता भी विधायक बन गए हैं. इससे संदेह पैदा होता है. पहली बार शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता ने ईवीएम को लेकर संदेह जताया है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.”