Mahashivratri 2025: काशी के हर कोने में बम बम की गूंज, विश्वनाथ मंदिर में लगी भक्तों की लंबी कतार

Divya Rai
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Mahashivratri 2025 kashi Vishwanath Temple: आज देश भर में महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2025) का महा पर्व मनाया जा रहा है. इस महापर्व पर काशी की नगरी में भक्तों की भारी भीड़ लग गई है. काशी विश्वनाथ मंदिर में आधी रात से ही भक्तों का जमावड़ा देखने को मिला है. यहां भोर से ही हर-हर महादेव की गूंज सुनाई दे रही है. आज महाशिवरात्रि के अवसर पर भोर में ही बाबा का दर्शन पाने के लिए श्रद्धालुओं ने सभी पांचों प्रवेश द्वारों पर लंबी-लंबी कतारें लगा ली हैं. भक्तों की कतार कम होने का नाम नहीं ले रही.

काशी में बम बम की गूंज

आज काशी (Kashi Vishwanath temple) का हर कोना हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज रहा है. विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है. मंगला आरती के बाद से ही काशी विश्वनाथ मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. भगवान शिव के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर एक किलोमीटर से ज्यादा की लंबी लाइन लगी हुई है.

VIP दर्शन पर रोक

आज महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में खास इंतजाम किए गए हैं. बाबा का दर्शन करने पहुंचे किसी भी भक्त को कोई परेशानी ना हो इसका खास ध्यान रखा गया है. मंदिर परिसर में पहुंचे वृद्ध, अशक्त एवं दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है. श्रद्धालुओं को ई-रिक्शा व व्हील चेयर की मदद से बाबा के दरबार में लाया जा रहा है. वहीं, महाशिवरात्रि पर मंगलवार से तीन दिनों तक प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था पर पूरी तरह से रोक रहेगी.

शिवालयों में भक्तों की भारी कतार

जानकारी दें कि न केवल काशी विश्वनाथ बल्कि देश के हर एक शिवालय में शिव भक्तों की कतार सुबह से ही नजर आ रही है. शिव भक्त लगातार मंदिरों में पहुंच रहे हैं. सभी शिवालयों को फूलों और माला से सजाया गया है. शिव भक्त अपनी मनोकामना बाबा से कह रहे हैं.

15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना

दरअसल, पारंपरिक रूप से पर्व या किसी विशेष तिथि पर काशी विश्वनाथ धाम में पांच से छह लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते थे, लेकिन महाकुंभ शुरू होने के बाद से प्रतिदिन सात लाख या उससे अधिक भक्त मंदिर में दर्शन करने आते हैं. महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की संख्या 14 से 15 लाख के बीच हो सकती है, जिससे भीड़ प्रबंधन में कई चुनौतियां उत्पन्न हो सकती हैं.

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