Manmohan Singh Death: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 26 दिसम्बर, गुरुवार को अंतिम सांस ली. 92 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार ने 7 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. यह शोक अवधि 27 दिसंबर से 2 जनवरी तक जारी रहेगी. सूत्रों के मुताबिक, डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.
आज से 10 साल पहले ‘इतिहास मेरे प्रति दयालु होगा…’ कहने वाले डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन से दुनियाभर में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. 3 जनवरी, 2014 को मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री के रूप में अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक बयान दिया था, जो आज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. आइए जानते हैं आखिर मनमोहन सिंह ने क्या कहा था.
आलोचनाओं से घिरा हुआ था मनमोहन सिंह का कार्यकाल
दरअसल, डॉक्टर मनमोहन सिंह का दूसरा कार्यकाल आलोचनाओं से घिरा हुआ था. उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. इतना ही नहीं, उन दौरान मनमोहन सिंह को कमजोर प्रधानमंत्री तक कहा गया था. इस माहौल में मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री के रूप में अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने कहा था- मैं ईमानदारी से मानता हूं कि मीडिया या फिर संसद में विपक्ष मेरे बारे में चाहे आज जो भी कहे, पर मुझे भरोसा है कि इतिहास मेरे साथ न्याय करेगा’. उन्होंने कहा था कि मैं भारत सरकार के कैबिनेट में होने वाली सभी चीजों का खुलासा तो नहीं कर सकता. लेकिन मुझे लगता है कि परिस्थितियों और गठबंधन राजनीति की मजबूरियों को ध्यान में रखते हुए मैंने जितना हो सकता था, उतना अच्छा किया है.
राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा अंतिम संस्कार
बता दें कि स्वास्थ संबधित कारणों से मनमोहन सिंह को दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था. हालांकि, स्थिति और बिगड़ने के बाद 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया है. उनके निधन पर केंद्र सरकार ने 7 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. सूत्रों के मुताबिक, 28 दिसंबर को राजघाट के पास मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हो सकता है.