Monsoon Update: मौसम विभाग ने दी राहत की खबर, दिल्ली-एनसीआर समेत इन इलाकों में होगी झमाझम बारिश

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Monsoon Update: पिछले कई दिनों से आसमान से बरसती आग के चलते पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. हीटवेव के चलते आए दिन कई लोगों की मौत हो रही है. वहीं, अब इन सबके बीच मौसम विभाग की तरफ से गुड न्यूज आई है. बता दें कि आज सुबह से ही देश के कई हिस्सों में रिमझिम बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने अगले दो घंटों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में झामझम बारिश का अनुमान जताया है. बारिश होने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है.

इन राज्यों तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना

मौसम विभाग के मुताबिक, मानूसन ने उत्तर भारत में दस्तक दे दी है. आज बिहार, पूर्वी यूपी, पंजाब, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र, पश्चिम असम के कुछ क्षेत्रों, मेघालय और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में हवाएं चल सकती हैं और गरज के साथ सुबह हल्की बारिश हो सकती है. हालांकि यह प्री-मॉनसून फुहारें होगी. अभी मॉनसून आने में कम से कम 72 घंटे का समय है.

दिल्ली एनसीआर में बारिश 

अगर बात करें दिल्ली-एनसीआर के मौसम की तो यहां रात में हवा चलने से तापमान में 7 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 2 घंटों के दौरान उत्तरी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, मध्य दिल्ली, NCR सोनीपत, रोहतक, खरखौदा (हरियाणा) बागपत, खेकड़ा, मोदीनगर, पिलखुआ (यूपी) के कुछ स्थानों और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश और हवाएं चलेंगी. जिसके चलते लोगों को गर्मी से निजात मिलेगी.

 

मौसम विभाग के अनुसार, यह ताजा पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत की ओर बढ़ेगा, जो राष्ट्रीय राजधानी को भी प्रभावित करेगा और भीषण गर्मी से राहत दिलाएगा. राष्ट्रीय राजधानी में छिटपुट बारिश और धूल भरी आंधी के कारण बुधवार को थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन इसका असर लंबे समय तक नहीं रहेगा.

जानिए क्यों हो रहा तापमान में बढ़ोत्तरी

इस साल गर्मी न सिर्फ भारत में बढ़ी है, बल्कि बढ़ते तापमान का असर दुनिया भर में देखने को मिल रहा है. गर्मी बढ़ने का अहम कारण ग्लोबल क्लाइमेट चेंज है. मौसम के जानकारों की मानें तो ये बस एक शुरुआत है, आने वाले सालों में तो और भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. दुनियाभर के वेदर पैटर्न में बदलाव हुआ है, अल नीनो भी इसका एक कारण है. अलनीनो की स्थिति में हवाएं उल्टी बहने लगी है, जिससे महासागर के पानी का तापमान भी बढ़ता जा रहा है, जो दुनिया के मौसम को प्रभावित कर रहा है. यही वजह है कि इससे तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

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