Navy Admirals Epaulettes Design: भारतीय नौसेना के एडमिरल के कंधों पर लगने वाले पदसूचक चिन्ह (एपोलेट्स) के डिजाइन में बदलाव किया गया है. दरअसल, नौसेना दिवस के मौके पर पीएम मोदी के द्वारा इस पदक चिन्ह को बदलने की घोषणा की गई थी. जिसके मुताबिक, आज भारतीय नौसेना ने एडमिरल्स एपॉलेट्स (Navy Admirals Epaulettes) के नए डिजाइन का अनावरण किया है.
गुलामी की मानसिकता से छुटकारा
आपको बता दें कि एपोलेट्स का यह नया डिजाइन छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा से प्रेरित है. वही, नौसेना ने कहा कि एपोलेट्स का नया डिजाइन नौसेना के ध्वज से लिया गया है और यह छत्रपति शिवाजी महाराज के राजमुद्रा से प्रेरित है. नौसेना ने कहना है कि यह हमारी समृद्ध समुद्री विरासत का सच्चा प्रतिबिंब है. नए डिजाइन को अपनाना हमारे पंच प्रण के दो स्तंभों-विरासत पर गर्व और गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के प्रति हमारे समर्पण को प्रर्दशित करता है.
एपॉलेट्स में ये हुआ बदलाव
गोल्डन नेवी बटन- नौसेना का कहना है कि ये गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने की हमारी इच्छाशक्ति को प्रदर्शित करता है.
ऑक्टागन- ये आठ दिशाओं का प्रतिधित्व करता है. जिससे की सभी दिशाओं में लंबे समय तक नजर रखी जा सके.
तलवार- ये हमारी चुनौती का सामना करने की ताकत को दिखाता है और युद्ध में राष्ट्रीय शक्ति में अग्रणि बनने के साथ विरोधियों को हराने की क्षमता को दर्शाता है.
टेलिस्कोप- ये हमारे देश की दूरदृष्टि को दिखाता है और दुनिया में हो रहे बदलाव पर नजर रखने की क्षमता को प्रदर्शित करता है.
Indian Navy proudly unveils the new Design of Admirals' Epaulettes. Announced by Prime Minister Narendra Modi during Navy Day 2023 at Sindhudurg – the new Design is drawn from the Naval Ensign & inspired from Rajmudra of Chhatrapati Shivaji Maharaj, and is a true reflection of… pic.twitter.com/N5EUULBPtN
— ANI (@ANI) December 29, 2023
शिवाजी महाराज की विरासत को दर्शाएंगे एपोलेट्स
दरअसल, 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के मौके पीएम मोदी ने कहा था कि भारत गुलामी की मानसिकता को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ रहा है. नौसेना के अधिकारियों द्वारा पहने जाने वाले एपोलेट्स आगे से भारतीय संस्कृति और छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को दर्शाएंगे.
वहीं, सूत्रों के मुताबिक, नौसेना रैंक में बदलाव का प्रभाव ऑफिसर रैंक से नीचे के नौसैन्य कर्मियों पर पडे़गा. जबकि एपोलेट्स में बदलाव का प्रभाव एडमिरल स्तर के अधिकारियों पर पड़ेंगे. इनमें रियर एडमिरल, वाइस एडमिरल और एडमिरल शामिल हैं. हालांकि अभी तक नाविकों के एपोलेट्स में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया हैं.
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