एनडीए संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने बताया NDA का असली मतलब, जानिए

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

PM Modi During NDA Parliamentry Meeting: आज नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया. संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राजनाथ सिंह ने सांसदों के सामने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा. सभी ने इसका समर्थन किया. इसके बाद पीएम मोदी ने सभी नेताओं का दिल से आभार जताया. पीएम मोदी ने सभी कार्यकर्ताओं का भी आभार जताया, जिन्होंने इस भीषण गर्मी में भी पार्टी के लिए काम किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि न दिन देखा न रात देखा, भयंकर गर्मी में हर साथी दल के कार्यकर्ता ने जो परिश्रम किया है, उन सभी को सर झुकाकर मैं प्रणाम करता हूं. मेरा सौभाग्य है कि एनडीए नेता के रूप में आप सब साथियों ने सर्वसम्मति से चुनकर मुझे दायित्व दिया है. इसके लिए मैं आपका बहुत बहुत आभारी हूं.

NDA का मतलब

पीएम मोदी ने इस बैठक के दौरान बताया कि आखिर एनडीए का पूरा मतलब क्या है. पीएम मोदी ने इस बैठक में अपने संबोधन के दौरान कहा कि एनडीए का मतलब ‘New India, Developed India, Aspirational India’ है. उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले इस सदन में मौजूद सभी लोगों को हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. मेरे लिए खुशी की बात है कि इतने बड़े समूह का स्वागत करने का अवसर मिला है.

एनडीए के बीच अटूट विश्वास

संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि व्यक्तिगत जीवन में मैं एक जवाबदारी का अहसास करता हूं. 2019 में जब मैं इस सदन के रूप में बोल रहा था, तब मैंने एक बात पर बल दिया था- विश्वास. आज जब आप मुझे यह दायित्व देते हैं तो इसका मतलब है कि हमारे बीच में विश्वास का सेतु इतना मजबूत है. यह अटूट रिश्ता विश्वास के अटूट धरातल पर है. यह भावुक करने वाला पल है. मैं जितना धन्यवाद करूं उतना कम है.

बहुमत से ज्यादा सर्वमत की जरुरत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश के 22 राज्यों में एनडीए की सरकार है. जहां भी लोगों ने हमारे गवर्नेंस को देखा है, वहां पर वो बार-बार एनडीए को चुनते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमारा गठबंधन जो भारत की आत्मा है, जो भारत की जड़ों में जो रचा-बसा है, उसका प्रतिविंब है. जहां आदिवासियों की आबादी ज्यादा है, ऐसे 10 में से 7 राज्यों में एनडीए सेवा कर रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गोवा हो, नॉर्थ ईस्ट हो, जहां बहुत सारे ईसाई भाई बहन रहते हैं, उन राज्यों में भी सेवा का अवसर एनडीए को मिला है. प्री पोल अलायंस इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है. सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी है, लेकिन देश चलाने के लिए सर्वमत बहुत जरूरी होता है.

देश को आगे बढ़ाएंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि आपने बहुमत देकर सरकार चलाने का जो सौभाग्य दिया है, हम सर्वमत का निंरतर प्रयास करेंगे और देश को आगे ले जाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. एनडीए की तीन दशक की यात्रा बहुत मजबूती का संदेश देती है. हम गर्व से कह सकते हैं कि एनडीए सबसे सफल अलायंस है. इस गठबंधन ने 30 साल में 5-5 साल के तीन टर्म सफलता से पूरे किए हैं.पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि मुक्त मन से सोचेंगे तो पाएंगे कि एनडीए सत्ता हासिल करने या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है, यह राष्ट्र प्रथम की मूल भावना है-नेशन फर्स्ट का कमिटमेंट है.

लिखेंगे नया अध्याय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कहा कि एनडीए कहते ही गुड गवर्सेंस अपने आप पर्यायवाची बन जाता है. जनता और सरकारों के बीच में एक खाई की व्यवस्था बनी हुई थी, हमने उसे पाट दिया है. हम विकास का नया अध्याय लिखेंगे, हम विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे. सदन में किसी भी दल का कोई प्रतिनिधि होगा, मेरे लिए सब बराबर होगा. उन्होंने कहा कि अपना पराया कुछ नहीं है, सबको गले लगाने में हमने कभी कोई कमी नहीं रखी है. जहां काम वहां हम, यह हर कार्यकर्ता ने जीकर दिखाया है. एनडीए के वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई है.

पीएम मोदी ने कहा कि अब दुनिया भी भारत के लोकतंत्र की विविधता को जानना चाहेगी. योजनाबद्ध तरीके से देश को अहिंसा की आग में झोंकने के भाषण दिए जाते थे, ये गंभीर है. देश के लोगों को बांटने का प्रयास किया गया. हर तरह से कोशिश यही की गई. 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे हर पैरामीटर से दुनिया ये मानती है और मानेगी कि ये एनडीए का महाविजय है. दो दिन तक विपक्ष यही कहता रहा कि एनडीए हार रहा है. उनको अपने कार्यकर्ताओं का मोरल हाई करने के लिए कहानियां बनानी पड़ीं. हमारे संस्कार ऐसे हैं कि विजय की गोद मे उन्माद पैदा नहीं रहता. न ही पराजित लोगों के प्रति उपहास करने के हमारे संस्कार हैं.

यह भी पढ़ें: नरेंद्र मोदी को चुना गया संसदीय दल का नेता, राजनाथ सिंह ने रखा था प्रस्ताव; नीतीश-नायडू के साथ सभी ने किया समर्थन

More Articles Like This

Exit mobile version