Bihar Floods: नेपाल में पिछले कुछ समय से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण नेपाल के अधिकतर इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. कई पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन के कारण हालात खराब हैं. नेपाल की सभी नदियां उफान पर हैं. नेपाल में हो रही मूसलाधार बारिश के बाद नदियां को जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. इन सब की बीच नेपाल ने रविवार को कोसी बैराज के सभी 56 गेटों को खोल दिया. इसके बाद बिहार में कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने लगा. कोसी नदी के उफान के कारण बिहार के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
दरअसल, कोसी बराज के सभी 56 गेटों के खुलने के बाद रविवार को 3 लाख 94 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसके बाद कोसी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. कोसी नदी का पानी अब तटीय गावों के घरों में घुस रहा है. इसके कारण इन गावों की हजारों की आबादी प्रभावित हो रही है.
बिहार के कई जिलों में बढ़ा बाढ़ का खतरा
कोसी नदी को ‘बिहार का शोक’ भी कहा जाता है. नेपाल के पानी छोड़ने के बाद से कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जैसे जिलों में बाढ़ का खतरा लगाता बढ़ रहा है. वहीं, बिहार के लिए परेशानी वाली बात यह है कि जुलाई के महीने में ही कोसी नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ गया है. जानकारी के अनुसार 44 साल बाद ऐसा हो रहा है कि नेपान ने कोसी बैराज के सभी 56 गेटों को खोला है. इस वजह से बाढ़ का खतरा बिहार पर और मंडरा रहा है. जुलाई के महीने में तकरीबन 4 लाख क्यूसेक पानी अब तक छोड़ा जा चुका है.
बाढ़ से बचाव के प्रयास जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जिलों में हालात ऐसे हैं कि नदी के आस पास बसे कई गांव पूरी तरीके से जलमग्न होते जा रहे हैं. लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित और उंचे स्थानों पर जा रहे हैं. प्रशासन की मदद से लोग निकाले जा रहे हैं.
प्रशासन ने तैयारी की पूरी
जानकारी दें कि कोसी नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन अलर्ट है. सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जिलों में लगातार प्रशासन लोगों से बातचीत करने में लगा है, लोगों को आगाह किया जा रहा है कि वह सुरक्षित स्थानों तक पहुंचे. वहीं, दूसरी तरफ उत्तर बिहार में भी पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिस कारण स्थिति और भी ज्यादा गंभीर है.
बारिश और बाढ़ से नेपाल में हाहाकार
नेपाल में पिछले कुछ दिनों लगातार मानसूनी बारिश हो रही है. इस बारिश के कारण नेपाल के हालात और खराब हो रहे है. कोसी और नारायाणी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है. काठमांडू की जिन सड़कों पर गाड़िया फर्टाटा भरती थी पहले वह अब पानी में समाया नजर आ रहा है. सैलानी से गुलजार रहने वाले कई शहर इस समय पानी में डूबे नजर आ रहे हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण नेपाल के कई जिलों में हालात बद से बदतर हो गए हैं. बारिश के बाद भूस्खलन की घटनाओं के कारण कई लोगों की जान जाने की भी खबर है.
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