Noida Traffic Rule Changed: अगर आप भी नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहते हैं और प्राइवेट बसों से यात्रा करते हैं तो ये आपके लिए बड़ी खबर है. गौतमबुद्ध नगर ट्रैफिक पुलिस ने प्राइवेट बसों को लेकर एक नया नियम लागू किया है. ट्रैफिक पुलिस ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर निजी बसों के संचालन पर रोक लगा दी है. ये रोक केवल पीक आवर्स के दौरान रहेगी. पुलिस का कहना है कि दिल्ली से कानपुर, आगरा जैसे शहरों और आसपास के क्षेत्रों में जाने वाली बसें शामिल हैं. जो इस एक्सप्रेस वे से जाती हैं.
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नोएडा ट्रैफिक पुलिस के सहायक आयुक्त सौरभ श्रीवास्तव इस मामले में जानकारी दी. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि ‘नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर यातायात की भीड़ को कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस व्यस्त समय के दौरान निजी यात्री बसों की आवाजाही पर रोक लगाने की योजना बना रही है.’
क्यों प्रतिबंधित की गई बसें
ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि नोएडा की ट्रैपिक पुलिस भारी यात्री वाहनों की समस्या के निस्तारण के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के साथ सहयोग कर रही है. इस रास्ते पर पहले से ही भारी कॉमर्सियल गाड़ियों पर प्रतिबंध है. इस निर्णय को लेकर एसीपी ने कहा, “हम दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के साथ समन्वय कर रहे हैं और एक बार किसी फैसले पर पहुंचने के बाद हम इस रास्ते पर यात्री बसों की आवाजाही को रोक देंगे.” बता दें कि निजी बसें पीक आवर्स के दौरान नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक जाम करती हैं, क्योंकि दिल्ली से आने के दौरान ये बसें इसी रास्ते से गुजरती हैं.
इस वजह से लिया गया फैसला
आपको बता दें कि एक ट्रैफिक विभाग के एक अफसर ने इस फैसले को लेकर कहा कि अधिकांश प्राइवेट बसें पड़ोसी शहरों तक जाने के लिए दिल्ली से नोएडा होकर गुजरती हैं. वहीं, यात्रियों को राहत देते हुए ऑफ-पीक घंटों में बसों के संचालन की व्यवस्था की जानी है. वहीं, प्रतिबंध को देखते हुए वैकल्पिक मार्ग तैयार किए जा रहे हैं.
पिछले दिनों नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने मोटो जीपी और उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के कार्यक्रम के दौरान इस एक्सप्रेसवे पर भारी वाहनों के आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया था. इन आयोजन के दौरान ट्रैफिक के हालात में सुधार देखने को मिला था. अब उसी आधार पर प्रतिबंध की तैयारी की जा रही है.
क्या बोले स्थानीय
गौरतलब है कि व्यस्त समय के दौरान यात्री बसों पर रोक लगाने के विचार को स्थानीय लोगों ने स्वागत किया है. लोगों का कहना है कि ये बसें अक्सर रुकावटे पैदा करती हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ के लिए जब बसें रुकती हैं, तो परी चौक और महामाया फ्लाईओवर जैसी प्रमुख जगहों ट्रैफिक जाम की समस्या देखने को मिलती है.
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