स्टूडेंट्स को तकनीकी रूप से सशक्त, सक्षम और सुरक्षित बनाने में बूटकैंप्स का बड़ा योगदान होता है. बूटकैंप्स बच्चों को जॉब सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाते हैं. इसी कड़ी में AICTE और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के परस्पर सहयोग से IDE बूटकैंप्स के दूसरे चरण का उद्घाटन किया गया. नोएडा स्थित जेपी इंस्टीट्यूट इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के पदाधिकारी इस उद्घाटन के गवाह बने.
हाल ही देश में एक साथ 10 जगहों पर इनोवेशन, डिजाइन, उद्यमिता आधरित बूटकैंप्स के दूसरे चरण का उद्घाटन किया गया है. नोएडा का जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलोजी भी इसका गवाह बना, इन बूटकैंप्स का उद्घाटन AICTE के अध्यक्ष टीजी सीताराम ने दिल्ली स्थित हेडक्वार्टर से वर्चुअल मोड में किया.
इंडिया एक्सीलरेटर के को फाउंडर ने बताई कैंपस की अहमियत
इस दौरान इंडिया एक्सीलरेटर के को फाउंडर दीपक शर्मा ने भी प्रोग्राम के बारे अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, “इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता यानि के सिद्धांत के साथ शुरु किए गए इन बूटकैंप्स का उद्देश छात्रों को तकनीकी कौशल प्रदान कर उन्हें सक्षम और सशक्त बनाना है, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन जिसमें लोगों को नौकरी देने वाला बनाने को भी सार्थक करता है. 29 जनवरी से 2 फरवरी तक चलने वाले ये बूटकैंप्स वाधवानी फाउंडेशन के सहयोग से देश में एक साथ 10 जगहों पर आयोजित किए जा रहें हैं. जिसमें बच्चों को तमाम तरह के प्रोडक्ट्स, उनकी डिजाइन, कांसेप्ट, प्रोडक्ट्स क्या है, कैसा है, उसको डिजाइन करने के पीछे की सोच, उसकी डिमांड वगैरह के बारे में जानकारी दी जायेगी, इस दौरान स्टार्टअप्स और इंटरप्रोन्योरस अपने अनुभव स्टूडेंटस के साथ साझा करेगें.”
पांच दिनों तक चलने वाले इन बूटकैंप्स में देश भर से तकरीबन 3000 से अधिक स्टूडेंट्स लेने की उम्मीद है, जेपी इंस्टीट्यूट में आयोजित इस बूटकैंप्स में फेलिक्स हॉस्पिटल के प्रमुख डॉक्टर डीके गुप्ता और इंडिया एक्सीलरेटर के को फाउंडर दीपक शर्मा ने बतौर चीफ गेस्ट शिरकत की, प्रोग्राम की शुरूआत दीप जलाकर सरस्वती वंदना के साथ की गई. इस मौके पर डॉक्टर डीके गुप्ता ने सफल एंटरप्रोन्यर बनने से क्राइसेस मैनेजमेंट और स्टार्टअप्स के लिए फंड रेजिंग तक के आयामों और तरीकों के बारे में बताया.
सोमवार को एआईसीटीई के चेयरमैन प्रोफेसर टी.जी. सीथाराम, फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डीके गुप्ता और इंडिया एक्सीलरेटर के को फाउंडर दीपक शर्मा ने संयुक्त रुप से इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया. कार्यक्रम में फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ डीके गुप्ता ने कहा, “देश में उद्यमशीलता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस आवश्यक गतिविधि का हिस्सा होने पर गर्व है. युवा इनोवेटर्स को उद्यमियों में बदलने के लिए उनके नवीन विचारों को आकार देने में समर्थन देने के लिए हम केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद देते हैं.”
आत्मनिर्भर भारत मिशन के दृष्टिकोण के आधार पर तैयारी करें स्टूडेंट्स
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन के दृष्टिकोण के आधार पर संकल्पित यह कार्यक्रम उन नव प्रवर्तकों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो उद्यमिता का मार्ग तलाशना चाहते हैं और नौकरी चाहने वालों की तुलना में नौकरी निर्माता बनना चाहते हैं. कार्यक्रम के जरिए प्रतिभागियों को डिजाइनिंग सोच और उसकी रणनीतियों, उत्पाद डिजाइन और इंजीनियरिंग, उत्पाद डिजाइन और विकास में एर्गोनॉमिक्स, स्थायी व्यापार मॉडल, मूल्य प्रस्ताव और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के निर्माण पर अनुभवात्मक प्रशिक्षण मिलेगा. इस बूट कैंप का एक अन्य मुख्य आकर्षण मेंटरिंग और पिचिंग राउंड होगा जहां प्रतिभागियों को संस्थान से संभावित मेंटरिंग समर्थन के लिए अपने विचारों को पेश करने का अवसर मिलेगा.
जेपी इंस्टीट्यूट हर साल हजारों हजार एंटरप्रोन्योर और कुशल तकनीक स्टूडेंटस तैयार करता है, यही वजह है कि बूटकैंप्स के आयोजन के लिऐ जेपी इंस्टीट्यूट को चुना गया. 5 दिनों के इस कैंप्स में पहले दिन स्टूडेंटस अपने प्रोडक्ट्स का प्रदर्शन करेंगे जिसके लिए इंस्टीट्यूट में एग्जिबिशन लगाई गई है, साथ ही चौथे दिन साइट विजिट और आखिरी दिन स्टूडेंटस स्टार्टअप संस्थापकों, इंक्यूबेटरों, एलपी विशेषज्ञों, एंजल इन्वेस्टर्स, के विशेषज्ञ पैनल के सामने अपने बनाए प्रोडक्ट्स को पेश करेंगे.