‘हर मस्जिद में नहीं ढूंढना चाहिए मंदिर’, संभल विवाद पर बोले आचार्य प्रमोद कृष्णम- भारत में सनातन की उत्पत्ति हुई और…’

Shivam
Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Shivam
Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

कांग्रेस पार्टी से निष्कासित नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान, कृष्णम ने सनातन के बारे में बताया और कहा, लगातार सनातन को मिटाने की कोशिशें हो रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने राजनीति के बोरे में भी बात की और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. कृष्णम ने कहा, “जब धरती पर भगवान का अवतार होता है, तो उस अवतार के होने से पहले चमत्कार होता है और यह जो संभल में हर जगह मंदिर मिल रहे हैं यह अपने आप में एक चमत्कार है.

कलकी धाम भी पहुंची थी एसआई की टीम

श्री कल्की धाम का शिलान्यास करने 19 फरवरी 2024 को नरेंद्र मोदी जी कल्की धाम की धरा पर पधारे, उससे पहले दुनिया में लोग पूछते थे संभल कहां है, अब 19 फरवरी के बाद रोज पूछते हैं संभल में इतने मंदिर कैसे मिल रहे हैं. तो यह एक चमत्कार है और यह इंडिकेशन है कि कल्की भगवान का जो अवतार है वो अब जल्दी होने वाला है.” उन्होंने आगे कहा, “इस वक्त आज के सिनेरियो में अगर मैं बात करूं, क्योंकि हर एक मस्जिद में मंदिर ढूंढना, एएसआई के सर्वे होना, फिर कलकी धाम भी एसआई की टीम पहुंची थी.

हर मस्जिद में नहीं ढूंढना चाहिए मंदिर

देखिए हर मस्जिद में मंदिर नहीं ढूंढना चाहिए, हर मस्जिद के नीचे मंदिर नहीं ढूंढना है, लेकिन जहां मंदिर है उसे भी नहीं भूलना है. अगर मैं इस हिसाब से जाऊं तो अगर इतिहास खंगालेंगे तो फिर हर मस्जिद के नीचे मंदिर मिलेगा, हर मस्जिद के अंदर मंदिर मिलेगा. भारत में सनातन की उत्पत्ति हुई और सनातन और भारत को अलग करके नहीं देखा जा सकता है.” आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “जब से सनातन और सृष्टि बनी है तब से लेकर आज तक यदि कोई ऐसा मंदिर है, जो मस्जिद को तोड़ के बनाया गया, तो मुझे आप बताइए मैं आपका समर्थन करूंगा और उसे वापस दिलाने की लड़ाई लडूंगा. क्योंकि सनातन किसी भी मस्जिद को तोड़ने की, दूसरे धर्म के किसी भी धर्म स्थल को क्षति पहुंचाने की, किसी भी दूसरे धर्म के धर्म स्थल को आग लगाने की, जलाने की अनुमति नहीं देता, इसलिए यह आरोप बिल्कुल गलत है.”

1000 साल तक हुई हमारी संस्कृति को मिटाने की साजिश

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा, भारत 1000 साल तक गुलाम रहा, जिसमें लगभग 800 साल मुगलों ने राज किया और 200 साल अंग्रेजों ने राज किया. हमारी संस्कृति को मिटाने की साजिश 1000 साल तक हुई. हमारी सभ्यता को मिटाने की कोशिश हुई और यह सभ्यता और संस्कृति को मिटाने की जो कोशिश हुई वो क्यों हुई, क्योंकि लोग जानते थे कि जब तक सनातन है तब तक भारत को नहीं मिटाया जा सकता और आज मैं कह रहा हूं जब तक सनातन है तभी तक भारत है और जब तक भारत है तभी तक सनातन है. उन्‍होंने कहा, “सनातन को तोड़ने की साजिश पहले भी हुई है, अब भी हो रही है और लगातार होंगी, लेकिन सनातन को तोड़ना इतना आसान नहीं है.

जब छत्रपति शिवाजी महाराज पूरे जीवन के संघर्ष को स्वीकार कर लेते हैं लेकिन औरंगजेब के सामने सर झुकाना स्वीकार नहीं करते, तब सनातन जागृत होता है. जब महाराणा प्रताप घास की रोटी खाना स्वीकार करते हैं लेकिन अकबर के सामने सजदा करना स्वीकार नहीं करते, तब सनातन जागृत होता है. गोविंद सिंह जी महाराज अपने बच्चों को दीवार में चुनवाना स्वीकार कर देते हैं, लेकिन सनातन से समझौता नहीं करते तब सनातन जागृत होता है. जब एक गरीब घर में पैदा हुआ बच्चा चाय बेचने वाले के घर में पैदा हुआ बच्चा 500 साल के संघर्ष को खत्म करके अयोध्या के अंदर भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करता है, तब सनातन जागृत होता है. जब देश का प्रधानमंत्री होने वाले अवतार के लिए श्री कल्की धाम की आधार शिला अपने हाथों से रखता है, तब सनातन जागृत होता है.”

नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी तक मैं सबका करता हूं सम्मान

पीएम मोदी के बारे में बोलते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “जब नरेंद्र मोदी अगर कोई भी फैसला लेते हैं, कोई स्टेटमेंट देते हैं, कोई बात करते हैं, तो पूरा विपक्ष उनकी आलोचना करता है. प्रधानमंत्री के फैसलों की आलोचना करने का अधिकार इस देश के प्रत्येक नागरिक को है. लेकिन देश के प्रधानमंत्री से नफरत करने की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए. आज नरेंद्र मोदी जो फैसला लेते हैं उसका आप विरोध इसलिए करते हैं क्योंकि वो नरेंद्र मोदी का फैसला है. यह ठीक नहीं है. पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी तक जितने प्रधानमंत्री हुए मैं सबका सम्मान करता हूं. सबने अपने अपने तरीके से अपनी सोच और अपने प्रयास से इस देश की सेवा की है सब आदरणीय हैं लेकिन माफ करना नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री ना हुआ है ना होगा.”

किसी एक पर्टिकुलर कम्युनिटी का धर्म नहीं है सनातन

प्रमोद कृष्णम ने बताया, सनातन किसी एक पर्टिकुलर कम्युनिटी का धर्म नहीं है, सनातन तो सृष्टि का धर्म है, सनातन सूरज का धर्म है, सनातन चांद का धर्म है, सनातन धरती का धर्म है, सनातन आकाश का धर्म है, सनातन जो सत्य है वही शाश्वत है और जो शाश्वत है वही सनातन है. लेकिन जब जब किसी मस्जिद में मंदिर मिलता है या फिर उसको लेकर एक एक वर्ग विशेष विवाद पैदा करता है, या फिर मैं यह कहूं कि कुछ पॉलिटिकल पार्टीज है जिनको वो सूट करता है कि उसको लेकर वो विवाद को और ज्यादा पैदा करें या विवाद को और ज्यादा बढ़ाएं उनकी वोट बैंक पॉलिटिक्स को सूट करता है. कृष्णम ने कहा, “पूरी दुनिया इस समय नरेंद्र मोदी को अपना नेता मान रही है. पूरी दुनिया का तमाम चाहे वह क्रिश्चन वर्ल्ड हो या इस्लामिक वर्ल्ड हो, पूरी दुनिया का मुसलमान मोदी का वेलकम और खैर मकदम कर रहा है और हिंदुस्तान का मुसलमान मोदी को दुश्मन समझ रहा है, यह इस देश का दुर्भाग्य है.”

कांग्रेस पार्टी को मैंने कभी नहीं छोड़ा- आचार्य प्रमोद कृष्णम

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, मुझे नहीं लगता कि 2029 में भी कोई दूसरा चेहरा आएगा. मैं ऐसा मानता हूं कि नरेंद्र मोदी इस देश का एक रिकॉर्ड कायम करेंगे- 2014, 2019, 2024 और 2029 में भी देख लेना श्री कल्की धाम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह भी उन्हीं के कर कमलों से होगा. ऐसी हमारी भावना है, ऐसी हमारी कामना है. कांग्रेस पार्टी से अपने निष्कासन पर उन्होंने कहा, “मैं आपको बता देना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी को मैंने कभी नहीं छोड़ा. उन्‍होंने कहा, जब मैं राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में गया और उसके बाद मैंने श्री कल्की धाम के निर्माण के लिए आधारशिला रखने के लिए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को आमंत्रित किया और 19 फरवरी को जब नरेंद्र मोदी जी हमारे आए तो मुझे कांग्रेस पार्टी ने पार्टी से निष्कासित कर दिया और निष्कासित करते हुए लिखा कि आपने पार्टी विरोधी काम किया. मैं कहना चाहता हूं अगर राम मंदिर जाना पार्टी विरोधी है तो मैं हजार बार जाऊंगा, अगर वन्दे मातरम् बोलना पार्टी विरोधी है तो मैं यहां भी बोलूंगा, भारत माता की जय का नारा लगाना पार्टी विरोधी है तो मैं लगाऊंगा, अगर राष्ट्र की बात करना पार्टी विरोधी है तो मैं करूंगा और अगर राम का नाम लेना पार्टी विरोधी है तो मुझे 1000 बार निष्कासन स्वीकार है.”

Latest News

रूस: ISIS आतंकियों की बड़ी साजिश नाकाम, सुरक्षा बलों ने किया ढेर

Russia: रूस में सुरक्षाबलों ने आईएसआईएस की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. ISIS के आतंकियों ने मॉस्को...

More Articles Like This