विपक्ष संसद में लगातार हंगामा कर रहा है. विपक्ष बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान के बाद से ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमलावर है. साथ ही सत्ता पक्ष भी पीछे नहीं हट रहा है. आज दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ संसद में प्रदर्शन किया. इस बीच, भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर संसद में धक्का देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया जो मेरे ऊपर गिर गए जिसके बाद मैं नीचे गिर गया. उन्होंने बताया, मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था जब राहुल गांधी आए और एक सांसद को धक्का दिया. इस घटना के बाद से हंगामा और भी ज्यादा बढ़ गया है. भाजपा के मंत्री और सांसद इस मामले को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं.
क्या बोले किरेन रिजिजू ?
वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने इस घटना को लेकर मीडिया से बात करते हुए बताया, मकर द्वार लोकसभा और राज्यसभा दोनों में सांसदों के प्रवेश का मुख्य द्वार है. कांग्रेस और उनके अन्य सांसद उसी स्थान पर खड़े रहे और पूरे सत्र के दौरान तख्तियां दिखाते रहे और नारे लगाते रहे. आज पहली बार एनडीए के सांसद 1951 के बाद से कांग्रेस पार्टी द्वारा आंबेडकर के अपमान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वहां गए थे…पहली बार एनडीए के सांसद वहां विरोध प्रदर्शन करने गए थे. जब एनडीए के सांसद मकर द्वार, मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तभी राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसद आए और भाजपा के दो सांसदों पर हमला किया, उन्हें धक्का दिया और अन्य सांसदों के साथ भी धक्का-मुक्की की. रिजिजू ने आगे कहा, भाजपा के दो सांसद प्रताप सिंह सारंगी और मुकेश राजपूत को गंभीर चोटें आई हैं. मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि अगर आप इस तरह की शारीरिक हिंसा का सहारा लेंगे,
#WATCH | Union Minister Kiren Rijiju says, "Makar Dwar is the main entry gate of the Members of Parliament to both Lok Sabha and Rajya Sabha. The Congress and their other MPs kept on standing in that particular location and they have been showing placards and sloganeering for the… pic.twitter.com/gwvFmGGm2M
— ANI (@ANI) December 19, 2024
अगर दूसरे सांसद भी शारीरिक हिंसा का सहारा लेने लगेंगे, तो क्या होगा? हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. राहुल गांधी को दूसरे सांसदों के खिलाफ अपनी शारीरिक शक्ति का इस्तेमाल करने का अधिकार किसने दिया है. इसका मतलब यह नहीं है कि दूसरे सांसद कमजोर हैं. यह सिर्फ इसलिए है क्योंकि हम अहिंसा में विश्वास करते हैं और हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. राहुल गांधी द्वारा सांसदों पर किया गया हमला निंदनीय है. यह उनके गुस्से, उनकी हताशा का घोर दुरुपयोग है और जिस तरह से राहुल गांधी ने संसद के साथ व्यवहार किया है, उससे पता चलता है कि राहुल गांधी लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते हैं. रिजिजू ने आगे कहा, मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूँ कि हम देखेंगे कि हम क्या उचित कार्रवाई कर सकते हैं.
लेकिन उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए कि उन्होंने अन्य सांसदों के खिलाफ अपनी शारीरिक शक्ति का इस्तेमाल किया है. हम सिर्फ इसलिए शारीरिक रूप से जवाबी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं क्योंकि हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. हम अन्य सांसदों के खिलाफ अपनी शारीरिक शक्ति का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं क्योंकि हम उसमें विश्वास नहीं करते। हम अहिंसा में विश्वास करते हैं. राहुल गांधी को यह बात समझनी चाहिए और देश और सांसदों से माफी मांगनी चाहिए, जिन्हें उन्होंने सबसे ज़्यादा चोट पहुंचाई है। उचित कार्रवाई की जाएगी. सबसे पहले, हम चोट के स्तर को देखेंगे क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार चोट काफी गंभीर थी और थोड़ा खून भी बह रहा था। अभी मेडिकल ट्रीटमेंट चल रहा है. अब हम स्थिति देखेंगे.