“अब रामलला टेंट में नहीं, अपने दिव्य मंदिर में रहेंगे,” प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले PM मोदी

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

PM Narendra Modi On Ram Mandir Pran Pratishtha: भव्य राममंदिर में प्रभु श्रीराम विराजमान हो गए हैं. आज विधि विधान के साथ रामलला की प्रतिष्ठा की गई. इस दौरान अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरा देश राममय रहा. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई. आज रामभक्तों का सपना साकार हुआ है और सैकड़ों साल बाद फिर राम राज्य वापस आ गया है.

अयोध्या एक बार फिर से जगमग है, जैसे प्रभु राम के 14 वर्ष के वनवास से लौटने के बाद राज्याभिषेक पर अयोध्या जगमग थी. आज प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने प्रभु श्रीराम की पहली आरती की. इसके बाद पीएम मोदी ने पूरे मंदिर परिसर का भ्रमण किया और मंदिर को देखा.

प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने कहा कि इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई. मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं. कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है.

‘टेंट में नहीं मंदिर में रहेंगे रामलला’

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे राम लला अब टेंट में नहीं रहेंगे, वे अब दिव्य मंदिर में रहेंगे. मेरा पक्का विश्वास है कि जो घटित हुआ है उसकी अनुभूति देश और दुनिया के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी. यह क्षण अलौकिक है. यह माहौल, यह घड़ी हम सब पर प्रभु श्री राम का आशीर्वाद है. उन्होंने कहा कि आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे. ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं.

“आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं”

प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं. हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए. आज वह कमी पूरी हुई है. मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे. उन्होंने कहा कि उस कालखंड में तो वियोग सिर्फ 14 वर्षों का था. इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ो वर्षों का वियोग सहा है. हमारी कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है.

अयोध्या में पीएम मोदी ने कहा कि हर युग में लोगों ने राम को जीया है. हर युग में लोगों ने अपने-अपने शब्दों में, अपनी तरह से राम को अभिव्यक्त किया है. यह राम रस जीवन प्रवाह की तरह निरंतर बहता रहता है.

“राम भारत के विधान हैं”

उन्होंने कहा कि राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का चिंतन हैं, राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, राम भारत का प्रताप हैं, राम प्रभाव हैं, राम प्रवाह हैं, राम नेति भी हैं, राम नीति भी हैं, राम नित्यता भी हैं, राम निरंतरता भी हैं, राम व्यापक हैं, विश्व हैं, विश्वात्मा हैं इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव शताब्दियों तक नहीं होता उसका प्रभाव हज़ारों वर्षों तक होता है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं पूरे पवित्र मन से महसूस कर रहा हूं कि कालचक्र बदल रहा है. यह सुखद संयोग है कि हमारी पीढ़ी को एक कालजयी पथ के शिल्पकार के रूप में चुना गया है. हजारों वर्ष बाद की पीढ़ी राष्ट्र निर्माण के हमारे आज के कार्यों को याद करेगी इसलिए मैं कहता हूं यही समय है, सही समय है.

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