दुनिया के मशहूर विश्वविद्यालयों में से एक ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) ने अपने एक अध्ययन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की पहल ‘प्रगति’ की तारीफ की है. बता दें, प्रगति यानी ‘प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन’ एक बहुउद्देश्यीय और बहु-मॉडल प्लेटफॉर्म है. पीएम मोदी ने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के एक भाग के रूप में 25 मार्च 2015 को प्रगति का शुभारंभ किया था.
ग्रिडलॉक टू ग्रोथ: हाउ लीडरशिप इनेबल्स इंडियाज प्रगति इकोसिस्टम टू पावर प्रोग्रेस टाइटल वाली इस रिपोर्ट को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सैद बिजनेस स्कूल के सौमित्र दत्ता और मुकुल पडन्या की ओर से तैयार किया गया है. स्टडी में कहा गया कि बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में तेजी लाने का भारत का अनुभव उन ग्लोबल लीडर्स के लिए सबक हो सकता है जो आर्थिक विकास के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को गेम चेंजर बनाना चाहते हैं.
340 अटके प्रॉजेक्ट्स में आई तेजी
रिपोर्ट में कहा गया कि जून 2023 के अंत तक भारत ने कुछ सबसे चुनौतीपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर और सामाजिक विकास प्रोजेक्ट से निपटने के दौरान प्रगति प्लेटफॉर्म के जरिए 17.05 लाख करोड़ रुपये (205 अरब डॉलर) की 340 प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की थी. साथ ही नौकरशाही बाधाओं को तोड़ते हुए देरी को हल किया और कोऑपरेटिव फेडरलिज्म को बढ़ावा दिया. 7 चैप्टर्स में बंटे 54 पेजों की रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि कैसे पीएम मोदी और उनकी टीम शासन और प्रशासन खासकर बड़ी प्रोजेक्टस में सुधार के लिए एक सिस्टम लेकर आए.
PRAGATI represents a wonderful amalgamation of technology and governance, ensuring silos are removed and projects are completed on time. Over the years, these sessions have led to substantive benefits, which have greatly benefitted people.
Am glad that the effectiveness of…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 2, 2024
PRAGATI प्लेटफॉर्म ने प्रोजेक्ट्स में तेजी लाकर कम किया लागत
आरबीआई और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी के स्टडी का अनुमान है कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किए गए प्रत्येक रुपये से 2.5 से 3.5 रुपये का GDP रिटर्न मिलता है. इस प्लेटफॉर्म ने प्रोजेक्ट्स में तेजी लाकर लागत बढ़ोतरी को कम किया है और यह सुनिश्चित किया है कि इकोनॉमिक बेनिफिट्स जल्द हासिल हों. सड़कों, रेलवे और एयरपोर्ट के जरिए बेहतर कनेक्टिविटी ने लाखों लोगों के लिए शिक्षा, रोजगार और हेल्थ केयर तक पहुंच का विस्तार किया है. स्टडी में देश भर में कुल 340 प्रगति इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से 8 में जांच की गई है.
चार रेल प्रोजक्ट्स
• असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर बोगीबील रेल और सड़क पुल.
• जम्मू और कश्मीर में जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक.
• कर्नाटक में बेंगलुरु मेट्रो रेल प्रोजेक्ट
• ओडिशा में पारादीप बंदरगाह के लिए हरिदासपुर-पारादीप रेल कनेक्शन.
दो रोड प्रोजेक्टस-
• महाराष्ट्र और गुजरात में एनएच 8 का दहिसर-सूरत सेक्शन.
• राष्ट्रीय राजमार्ग 2 का वाराणसी-औरंगाबाद सेक्शन जो यूपी को बिहार से जोड़ता है.
इसके अलावा इन आठ प्रोजेक्ट्स में झारखंड का उत्तरी करणपुरा थर्मल पावर प्लांट और महाराष्ट्र में नवी मुंबई एयरपोर्ट्स शामिल हैं.
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