Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में मशहूर पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले को देखते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका-पेरू की अपनी आधिकारिक यात्रा बीच में ही छोड़ दी. वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी कि वित्त मंत्री इस कठिन और दुखद समय में अपने लोगों के साथ रहने के लिए वापस लौट रही हैं.
20 अप्रैल को विदेश यात्रा पर हुंई थीं रवाना
भारत अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की तैयारी कर रहा है. इसी कड़ी में भारत की आर्थिक गतिशीलता को दर्शाने के लिए वित्त मंत्री सीतारमण 20 अप्रैल को अमेरिका-पेरू की आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुई थीं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में वित्त मंत्रालय ने लिखा, “केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका-पेरू की अपनी आधिकारिक यात्रा बीच में ही छोड़ रही हैं.” मंत्रालय ने आगे कहा, “इस कठिन और दुखद समय में अपने लोगों के साथ रहने के लिए वह जल्द से जल्द भारत वापस आ रही हैं.”
Union Minister for Finance and Corporate Affairs Smt. @nsitharaman is cutting short her official visit to the USA-Peru.
She is taking the earliest available flight back to India to be with our people in this difficult and tragic time.#PahalgamTerroristAttack— Ministry of Finance (@FinMinIndia) April 22, 2025
वित्त मंत्री ने व्यक्त की संवेदनाएं
वित्त मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम से दिल दहला देने वाली खबर. दुख व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. मैं आतंकवादी कृत्य की निंदा करती हूं”. उन्होंने आगे लिखा, “सभी पीड़ित परिवारों और मृतकों के दोस्तों के प्रति संवेदना. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों को दोहराती हूं, “इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा…उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा. आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा.”
पर्यटकों पर आतंकियों ने किया हमला
यह आतंकी हमला मंगलवार को पहलगाम (Pahalgam Terror Attack) के पास सुंदर बैसरन घाटी में हुआ, जहां आतंकवादी घने जंगलों से निकले और अनजान पर्यटकों के एक समूह पर अंधाधुंध गोलीबारी की. शुरुआती इंटेलिजेंस इनपुट पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ की ओर इशारा करते हैं, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक जाना-माना हिस्सा है. हमले के जवाब में सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है. हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और संवेदनशील स्थानों पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी गई है.