Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र आज यानी सोमवार से शुरू हो चुका है, जो 20 दिसंबर तक चलेगा. हालांकि संसद सत्र के शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने संसद परिसर से देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ये शीतकालीन सत्र है और माहौल भी शीत ही रहेगा. इस साल का ये अंतिम कालखंड चल रहा है, देश उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में भी लगा हुआ है.
पीएम मोदी ने कहा कि संसद का ये सत्र अनेक प्रकार से विशेष है. इसकी सबसे बड़ी बात है कि हमारे संविधान की यात्रा का 75वें साल में प्रवेश अपने आप में लोकतंत्र के लिए एक बहुत ही उज्जवल अवसर है. इस दौरान उन्होंने संसद में स्वस्थ चर्चा का भी आह्वान किया.
मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी
पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए, जिन्हें जनता ने अस्वीकार किया है वो संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे है. उनका अपना उद्देश्य तो संसद की गतिविधि को रोकने से सफल होता नहीं. मगर उनकी ऐसी हरकतों को देखकर जनता उन्हें नकार देती है.
लोकतंत्र का सम्मान नहीं करते ये लोग
पीएम मोदी ने कहा इन लोगों को जनता 80-90 बार नकार चुकी है. जतना ऐसे हुड़दंगियों को जनता सजा देती है. ऐसे लोग लोकतंत्र का सम्मान नहीं करते. कुछ लोग न काम करते हैं न करने देते हैं. उन्हें जनता जनार्दन की भावना का सम्मान करना चाहिए, जनता की उम्मीदों पर खड़ा उतरना होगा. उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी सांसद अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं. उन्हें जनता की आकांक्षाओं की परवाह नहीं है.
भारत की ओर उम्मीदों से देख रही दुनिया
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया भारत की ओर उम्मीदों से देख रही है. आशा करता हूं की चर्चा कुछ सार्थक नतीजे मिलेंगे. मैं बार बार विपक्ष से आग्रह करता हूं. कुछ विपक्ष की आग्रह करता हूं जिनको जनता ने नकारा दिया वे अवरोध पैदा करते है.
उन्होंने कहा कि आज विश्व भारत की ओर देख रहा है. दुनिया में भारत को ऐसे बहुत कम अवसर मिलता है, जो आज मिला है. ऐसे में हम जितना समय गवां चुके है उसका पश्चाताप करे. ऐसे में मैं आशा करता हूं कि यह सत्र बहुत ही परिणामकारी हो. वैश्विक गरिमा को बल देने वाला और नए सांसदों को बल देने वाला हो.
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