PM-EAC Survey Report: प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद द्वारा 167 देशों में धर्म के आधार पर लोगों के आबादी का सर्वे किया गया. इस दौरान जारी सर्वे रिपोर्ट में पाया गया कि भारत में आजादी के बाद से ही हिंदूओं की आबादी घटी है, जबकि अल्पसंख्यकों जैसे मुस्लिम, ईसाई, सिख और बौद्धों की आबादी में वृद्धि दर्ज की गई है.
पड़ोसी देश में भी हिंदू आबादी में कमी
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, साल 1950 से 2015 के बीच हिंदू आबादी 7.82 फीसदी घटी है. बता दें कि आजादी के बाद साल 1950 में हिंदुओं की आबादी 84.68 फीसदी थी, जो अब घटकर 78.06 फीसदी हो गई है. हिंदुओं की आबादी में कमी केवल भारत में ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश हिंदू बहुल नेपाल में भी देखने को मिली है. वहीं, म्यांमार में बहुसंख्यक बौद्धों की आबादी में गिरावट आई है.
सर्वे में दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद ने दुनिया के 167 देशों में 1950 से 2015 के बीच आए जनसांख्यिकी बदलाव का अध्ययन किया है. इन देशों में बहुसंख्यक उन्हें माना गया है, जिनकी आबादी 75 फीसदी से अधिक रही है.
आजादी के बाद घटी हिंदू आबादी, अल्पसंख्यक में भी गिरावट
- भारत में बहुसंख्यक हिंदू आबादी का भाग 1950 और 2015 के बीच 84.68 फीसदी से 78.06 फीसदी हो गया है.
- वहीं, मुस्लिम आबादी की हिस्सेदारी में 43.15 फीसदी की वृद्धि हुई है. बता दें कि साल 1950 में देश में मुस्लिम आबादी 9.84 फीसदी थी, जो 2015 में बढ़कर 14.09 फीसदी हो गई है.
- इसके अलावा, ईसाई आबादी में 1950 और 2015 के बीच 5.38 फीसदी की वृद्धि हुई है.
- बात करें सिख आबादी की तो, देश में इनकी हिस्सेदारी 1950 से 2015 के बीच में 6.58 फीसदी की वृद्धि हुई है.
- बौद्ध आबादी का देश में हिस्सा 1950 में 0.05 फीसदी था, जो अब बढ़कर 0.81 फीसदी हो गया है.
- जबकि पारसी आबादी की हिस्सेदारी में 85 फीसदी की भारी गिरावट देखने को मिली है. बता दें कि यह 1950 से 2015 के बीच 0.03 फीसदी से घटकर 0.004 फीसदी हो गई है.
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