Sunil Ojha Death: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी सुनील ओझा का आज बुधवार को निधन हो गया. बता दें कि तबीयत बिगड़ने के बाद ओझा को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां बुधवार सुबह उनका निधन हो गया. सुनील भाई ओझा पीएम मोदी का काशी से लेकर गुजरात तक साथ दिए थे.
जानिए कौन थे सुनील ओझा
बता दें कि सुनील ओझा पहले उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी थे. जिन्हें कुछ ही महीने पहले में बिहार में पार्टी का सह प्रभारी बनाया गया. बीजेपी के विरिष्ठ नेता सुनील ओझा पीएम मोदी के बहुत करीबी नेताओं में से एक थें. वे काशी क्षेत्र के पूर्व संयोजक रहे थे.
प्राप्त जानकारी के मतुबाकि गड़ौली धाम में राम कथा के दौरान सुनील ओझा को वाराणसी के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें दिल्ली के गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में ले जाया गया था. जहां आज सुबह उनका निधन हो गया.
इस वजह से चर्चा में आए थे सुनील ओझा
सुनील ओझा को पीएम मोदी का ‘मिस्टर भरोसेमंद’ कहा जाता था. सुनील ओझा मूल रूप से गुजरात के भावनगर जिले के रहने वाले थे. भावनगर दक्षिण से बीजेपी के विधायक भी रह चुके थे. वे बेहद जमीनी नेता थे. सुनील ओझा पिछले दिनों गड़ौली धाम आश्रम को लेकर चर्चाओं में थे. बता दें कि मिर्जापुर में गंगा नदी के किनारे गड़ौली धाम आश्रम का निर्माण सुनील ओझा की देखरेख में हो रहा था.
ये भी पढ़ें- Uttarkashi: पीएम मोदी ने श्रमिकों से की बातचीत, मजदूरों ने पीएम को बताया कैसे बीते 17 दिन