PM Modi Mann Ki Baat: हर महीने के आखिरी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश के लोगों को संबोधित करते हैं. इसी क्रम में आज पीएम मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 117वें एपिसोड के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने संविधान को लेकर कई बातें कही. साथ ही उन्होंने प्रयागराज और महाकुंभ का भी जिक्र किया.
मन की बात के 117वें संबोधन में पीएम मोदी ने संविधान को लेकर कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें जो संविधान सौंपा है, वो समय की हर कसौटी पर खरा उतरा है. उन्होंने कहा, “2025 में 26 जनवरी को हमारे संविधान को लागू हुए 75 वर्ष होने जा रहे हैं. हम सभी के लिए बहुत गौरव की बात है.”
संविधान की विरासत से जोड़ने के लिए बनाई गई है वेबसाइट
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देश के नागरिकों को संविधान की विरासत से जोड़ने के लिए http://constitution75.com नाम से एक खास वेबसाइट भी बनाई गई है. इसमें आप संविधान की प्रस्तावना पढ़कर अपना वीडियो अपलोड कर सकते हैं. अलग-अलग भाषाओं में संविधान पढ़ सकते हैं, संविधान के बारे में प्रश्न भी पूछ सकते हैं.” इस दौरान पीएम मोदी ने सभी से इस वेबसाइट का हिस्सा बनने का आग्रह किया.
पीएम मोदी ने बताई महाकुंभ की विशेषता
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने महाकुंभ की तैयारियों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “महाकुंभ की विशेषता केवल इसकी विशालता में ही नहीं है, बल्कि इसकी विशेषता विविधता में भी है. इस आयोजन में करोड़ों लोग एक साथ जुटते हैं. लाखों संत, हजारों परंपराएं, सैकड़ों संप्रदाय, अनेकों अखाड़े, हर कोई इस आयोजन का हिस्सा बनता है. कहीं कोई भेदभाव नहीं दिखता है, कोई बड़ा नहीं होता है, कोई छोटा नहीं होता है. अनेकता में एकता का ऐसा दृश्य विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा.”
पीएम मोदी ने स्तर ओलंपिक का भी किया जिक्र
देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मलेरिया स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक थी. डब्ल्यूएच के मुताबिक मलेरिया के मामलों में कमी आई है. भारत में मलेरिया बहुत कम.” इसके अलावा पीएम मोदी ने बस्तर ओलंपिक का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “बस्तर में एक अनूठा ओलंपिक शुरू हुआ. पहली बार बस्तर ओलंपिक से वहां एक नई क्रांति जन्म ले रही है. पहली बार में ही बस्तर ओलंपिक में 7 जिलों के एक लाख 65 हजार खिलाड़ियों ने भाग लिया. यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, यह हमारे युवाओं के संकल्प की गौरव गाथा है.”