महाराष्ट्र में पीएम मोदी ने क्यों मांगी माफी? छत्रपति शिवाजी को बताया आराध्य देव

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र दौरे पर है. इस दौरान उन्‍होंने पालघर में वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी. साथ ही करीब 1,560 करोड़ रुपये के मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया. इसी बीच महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माफी मांगी.

बता दें कि महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में सोमवार को मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची मूर्ति गिर गई थी.

छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे आराध्य

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों सिंधुदुर्ग में जो हुआ मेरे लिए, मेरे सभी साथियों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ नाम नहीं है, ये सिर्फ राजा, महाराजा नहीं हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य देव हैं. मैं आज सर झुका कर छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं.

देशभक्तों की भावनाओं को कुचलने वाले हम नहीं

उन्‍होंने कहा कि हमारे संस्कार अलग हैं. हम वो लोग नहीं हैं जो भारत मां के वीर सपूत वीर सावरकर को अनाप शनाप गालियां देने के साथ ही देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं. इतना ही नहीं, वीर सावरकर को गालियां देकर भी माफी मांगने को तैयार नहीं हैं. महाराष्ट्र की जनता ऐसे संस्कार को जान ले. मैं इस धरती पर आते ही छत्रपति शिवाजी महाराज से माफी मांगने का काम कर रहा हूं.

पीएम मोदी ने कहा कि जब 2013 में बीजेपी ने मुझे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में निश्चित किया था तो मैंने रायगढ़ के किले के पर जाकर प्रार्थना की थी. उन्‍होंने कहा कि एक भक्त अपने आराध्य को जिस भावना से आराधना करता है उस भावना से देश सेवा करने आया था.

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