PM Modi: मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के अभिषेक से पहले सख्त नियमों का पालन कर रहे है. उन्होंने कहा कि वह फर्श पर सो रहे है और केवल नारियल पानी पी रहे है. प्रधानमंत्री के एक प्रवक्ता ने बताया ‘ पिछले हफ्ते, पीएम ने घोषणा की थी की वह यम नियम का पालन करेंगे, जिसका पवित्र अवसरों से 11 दिन पहले पालन करना आव्यशक है. उन्होंने अनुष्ठान के हिस्से के रूप में विभिन्न अनुष्ठानो के आयोजन की भी बात की.
विभिन्न मंदिरो का दौरा भी कर रहे है प्रधानमंत्री
जल्दी उठने और आहार के अलावा, पीएम मोदी ने एक सप्ताह पश्चिमी और दक्षिणी भारत के मंदिरो में भी बिताया, जैसे कि नासिक में पंचवटी,जहा माना जाता है कि भगवान राम ने अपने वनवास के कुछ हिस्से बिताये थे. मोदी ने केरल के गुरुवयूर मंदिर और आंध्र प्रदेश के वीरभद्र मंदिर का भी दौरा किया. मोदी का इस सप्ताह के अंत में तमिलनाडु में कई मंदिरों का दौरा करने का भी कार्यक्रम है. जब वह शनिवार को तिरुचिरापल्ली में रंगनाथस्वामी मंदिर जाएंगे, तो वह कम्बा रामायण के छंदों का पाठ करते हुए विभिन्न विद्वानों को सुनने में समय बिताएंगे.
फिर वह रामेश्वरम जाएंगे जहां वह संस्कृत, अवधी , कश्मीरी, गुरुमुखी, असमिया, बंगाली मैथिली और गुजराती में रामायण सुनने वाले दर्शकों का हिस्सा होंगे. उनके कार्यालय के अनुसार, वे राम की अयोध्या वापसी पर ध्यान केंद्रित करेंगे. शाम को वह श्री अरुल्मिगु रामनाथस्वामी मंदिर में भजन या भक्ति गीत सुनेंगे. अगले दिन, मोदी सबसे पहले धनुषकोडी में कोठंडारामस्वामी मंदिर जाएंगे और फिर अरिचल मुनाई जाएंगे, जिसके बारे में कहा जाता है कि यही वह जगह है जहां राम सेतु का निर्माण हुआ था.
बीजेपी द्वारा पार्टी सदस्यों को मिला निर्देश
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सभी सदस्यों और पदाधिकारियों से 22 जनवरी के समारोह के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया है. सभी पदाधिकारियों को लिखे पत्र में महासचिव अरुण सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं को इस अवसर पर सफाई अभियान चलाने और इस दिन को दिवाली की तरह मनाने का निर्देश दिया है.
ये भी पढ़े: Pran Pratistha: गाजीपुर में रामलीला कमेटी “हरिशंकरी” में होगी पूजा और लाइव प्रसारण