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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मशहूर पॉडकास्टर और एआई रिसर्चर लेक्स फ्रिडमैन को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान को कड़ी लताड़ लगाई है. उन्होंने चीन-भारत रिश्तों, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी दोस्ती, और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी बात की. पीएम मोदी ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर बात करते हुए कहा, “कहीं भी आतंकी हमले होते हैं, तो उनके तार पाकिस्तान से जुड़े होते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान को समझ में आएगा. भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है. ओसामा बिन लादेन ने पाकिस्तान में शरण ली. पाकिस्तान की जड़ में आतंकवाद है. पाकिस्तान ने हमेशा भारत से संघर्ष का रास्ता चुना है.”
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में भी की बातचीत
पीएम मोदी ने इस पॉडकास्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में भी बातचीत की. उन्होंने बताया कि कैसे उनकी दोस्ती गहरी हुई. पीएम मोदी ने 2019 के अमेरिकी दौरे को याद करते हुए कहा, “हाउडी मोदी कार्यक्रम में जब मैं मंच पर बोल रहा था, तो ट्रंप मुझे सुन रहे थे. भाषण खत्म होने के बाद जब मैं उनके पास गया और कहा कि हम साथ में स्टेडियम का चक्कर लगाते हैं, तो वह तुरंत तैयार हो गए और मेरे साथ चल पड़े. अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा के प्रोटोकॉल के बावजूद यह करना आसान नहीं था.
इस वक्त मैंने समझा कि ट्रंप में खुद निर्णय लेने की क्षमता है. मैं ‘भारत फर्स्ट’ वाला हूं और वह ‘अमेरिका फर्स्ट’ वाले हैं.” पीएम मोदी ने भारत और चीन के रिश्तों पर भी बात की. उन्होंने कहा, “भारत और चीन का संबंध आज का नहीं है. दोनों देशों की पुरानी और समृद्ध संस्कृति है. आधुनिक दुनिया में भी हमारी महत्वपूर्ण भूमिका है. अगर हम इतिहास को देखें, तो भारत और चीन ने सदियों तक एक-दूसरे से सीखा है. पुराने रिकॉर्ड बताते हैं कि दुनिया की जीडीपी का 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा केवल भारत और चीन का हुआ करता था.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “हमारे और चीन के बीच पुराने समय में संघर्ष का कोई इतिहास नहीं मिलता था. हमेशा हम दोनों देश एक-दूसरे से सीखते रहते थे. कभी चीन पर बुद्ध का प्रभाव था, और यहां से वहां विचार गए थे. हम चाहते हैं कि भविष्य में हमारे संबंध ऐसे ही बने रहें. दो पड़ोसी देशों में कुछ न कुछ अंतर होता ही है, जैसे एक परिवार में भी कभी न कभी बहस होती है. हमारी कोशिश है कि हमारी बहस विवाद में न बदलें.”
पीएम मोदी ने चीन के साथ सीमा विवाद के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, “चीन के साथ हमारा सीमा विवाद हमेशा चलता रहता है. 2020 में सीमा पर जो घटनाएं हुईं, उससे हमारे बीच दूरियां बढ़ गईं. लेकिन हाल ही में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मेरी मुलाकात हुई, और उसके बाद से सीमा पर स्थिति में सुधार हुआ है. अब सीमा पर 2020 की तुलना में बहुत सुधार हुआ है. धीरे-धीरे हम पुराने विश्वास को फिर से स्थापित करेंगे, हालांकि इसमें समय लगेगा क्योंकि बीच में 5 साल का अंतराल आया था.” पीएम मोदी के इस इंटरव्यू से यह स्पष्ट होता है कि वह भारत के समृद्ध इतिहास, शांति, और वैश्विक कूटनीति को लेकर प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने अपनी सरकार की विदेश नीति और वैश्विक रिश्तों पर अपने दृष्टिकोण को साझा किया, जो भविष्य में भारतीय राजनीति और कूटनीति को नया दिशा दे सकते हैं.