PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ लेने के बाद आज पीएमओ ऑफिस पहुंचे. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला. कार्यभार संभालते ही प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है. पीएम ने अपनी पहली फाइल किसानों के कल्याण लिए साइन करेत हुए 20 हजार करोड़ रुपए जारी किए हैं.
9.3 करोड़ किसानों को होगा लाभ
पीएमओ ऑफिस पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले अपना पहला फैसला किसानों के लिए लिया. उन्होंने पहली फाइल किसानों के कल्याण के लिए किसान निधि की 17वीं किस्त जारी करने के लिए की है. किसान सम्मान निधि के तहत 9.3 करोड़ किसानों को करीब 20,000 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे.
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला।
तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान निधि की 17वीं किस्त जारी करने की अपनी पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए। इससे 9.3 करोड़ किसानों को… pic.twitter.com/EnFJJ5fgE0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 10, 2024
जानिए क्या बोले पीएम मोदी?
बता दें कि किसानों को सम्मान निधि का इंतजार काफी लंबे समय से था. जिसे आज पीएम मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले दिन ही पूरा किया है. किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्ती जारी करने के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “हमारी सरकार किसान कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध सरकार है. हम आने वाले समय में किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए और भी अधिक काम करते रहना चाहते हैं.”
Committed to Seva, ensuring Sushasan… 🇮🇳
After being sworn in as Prime Minister for the third time, PM Shri @narendramodi signed his first file authorising the release of 17th instalment of PM Kisan Nidhi. This will benefit 9.3 crore farmers across the country. pic.twitter.com/BV2u35NBwW
— BJP (@BJP4India) June 10, 2024
जानिए कब शुरू हुआ पीएम-किसान योजना
गौरतलब है कि मोदी सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की शुरुआत 2019 में की गई थी. इसके तहत मोदी सरकार पात्र किसानों को 6,000 रुपए सालाना की वित्तीय सहायता देती है. इसे सरकार द्वारा हर चार महीने के अंतराल पर 2,000 रुपए की तीन समान किस्तों में किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में दिए जाते हैं. इस योजना का उद्देश्य देश के सभी भूमिधारक किसानों के परिवारों को कृषि और उससे संबंधित काम के साथ-साथ घरेलू जरूरतों को पूरा करना है.