बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान की यात्रा की थी. जहां पर उनको भूटान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. पीएम मोदी किसी देश के पहले ऐसे नेता हैं, जिन्हें इस सम्मान से नवाजा गया. भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने प्रधानमंत्री मोदी को ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो से सम्मानित किया था.
लिंग्काना पैलेस में डिनर का आयोजन
इसके अलावा, भूटान के राजा ने पीएम मोदी के लिए एक विशेष रात्रिभोज का भी आयोजन किया था. जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की ओर से आयोजित किए गए इस डिनर में राजा का परिवार भी शामिल हुआ था. जिसमें उनकी पत्नी और बच्चे भी मौजूद थे. डिनर के दौरान इन सभी लोगों का पीएम मोदी के साथ एक परिवार जैसा रिश्ता देखने को मिला. पीएम मोदी के लिए इस प्राइवेट डिनर का आयोजन लिंग्काना पैलेस में किया था. इससे पहले किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री के लिए भूटान के राजा की ओर से प्राइवेट डिनर का आयोजन अब तक नहीं किया गया था.
PM मोदी ने जताया था आभार
भूटान की ओर से मिले सम्मान और पुरस्कार को लेकर पीएम मोदी ने कहा था कि “हर अवॉर्ड अपने आप में विशेष होता है. लेकिन जब किसी अन्य देश से अवार्ड मिलता है, तो ये भरोसा मजबूत होता है कि हम दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. हमारा ये विश्वास भी बढ़ता है कि हमारे प्रयासों से दोनों देशों के लोगों का कल्याण हुआ है. हमें और अधिक परिश्रम करने का उत्साह मिलता है, ऊर्जा मिलती है, लेकिन, यह सम्मान मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है.
ये भारत और 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है.” पीएम मोदी ने दोनों देशों के संबंध को लेकर कहा कि “भूटान की इस महान भूमि पर, मैं सभी भारतवासियों की ओर से यह सम्मान नम्रता से स्वीकार करता हूं.
इस सम्मान के लिए, आपका (भूटान के राजा) और भूटान की जनता का हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं. 140 करोड़ भारतवासी जानते हैं कि भूटान के लोग उनके अपने परिवार के सदस्य हैं. भूटान के लोग भी यह जानते हैं, मानते हैं, कि भारत उनका परिवार है. हमारे संबंध अटूट हैं, हमारी मित्रता अटूट है.”