PoK Part of India: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pok) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पीओके को भारत में वापस लाने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है. पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत का हिस्सा है और भारत में वापस आए. इसके लिए संसद में एक प्रस्ताव है, जिसमें देश का हर राजनीतिक दल यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
दरअसल, विश्व बंधु भारत पर गार्गी कॉलेज में एक कार्यकम के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने पीओके को लेकर कड़ा संदेश दिया है. विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि लोगों ने मान लिया था कि अनुच्छेद 370 को बदला नहीं जा सकता लेकिन भाजपा सरकार ने उसे निरस्त कर दिया. अब देशवासियों के मन में गुलाम कश्मीर का मुद्दा भी आ गया है. यदि आपके विचारों में आ गया है तो वो पूरी भी होंगी.
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा, ‘पीओके कभी भी भारत से बाहर नहीं रहा है. यह संसद का एक प्रस्ताव है और देश का हर राजनीतिक दल यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पीओके, जो भारत का हिस्सा है, भारत में वापस आ जाए. यह हमेशा से भारत का हिस्सा है.’
गुलाम कश्मीर में की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि गुलाम कश्मीर में बिगड़ती आर्थिक स्थिति को लेकर राजनीतिक और मानवाधिकार संगठनों ने लंबा मार्च निकाला है. साथ ही 11 मई को पीओके के मुजफ्फराबाद में धरने का आह्वान किया है. यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) और ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) ने संयुक्त बयान में घोषणा की है कि गंभीर बेरोजगारी, गेहूं और आटे पर सब्सिडी रद करने सहित अन्य मुद्दों को उठाया जाएगा.
राजनाथ सिंह ने भी किया था पीओके पर दावा
गौरतलब है कि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पीओके को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि भारत कभी भी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर अपना दावा नहीं छोड़ सकता है. हमको बलपूर्वक उसको आजाद करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. वह खुद कश्मीर में हो रहे भव्य विकास को देखने के बाद भारत के होना चाहेंगे.