Ram Mandir Darshan: अयोध्या में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है. 22 जनवरी को विधि विधान से प्रभु श्रीराम गर्भगृह में विराजमान हो चुके हैं. उद्घाटन के बाद लाखों की संख्या में राम भक्त अपने अराध्य राम के दर्शन करने पहुंचे. श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ‘श्री राम जन्म-भूमि दर्शन’ अभियान की शुरूआत की है. जिसके तहत भक्त मात्र एक हजार में भगवान राम के दर्शन, आने-जाने, रहने-खाने की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं.
25 मार्च तक चलेगी योजना
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने सभी सांसदों, विधायकों, मंत्रियों और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि वो अपने क्षेत्र के लोगों को भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या ले जाने की व्यवस्था करें. ‘श्री राम जन्म-भूमि दर्शन’ की शुरूआत 23 जनवरी से हो गई है और 25 मार्च तक चलेगी. लगभग 25 हजार भक्तों के रहने का इंतजाम अयोध्या में किया गया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि इस अभियान के तहत 1 करोड़ श्रद्धालु 25 मार्च तक भगवान राम के दर्शन कर पाएंगे. हालांकि, भीड़ को देखते हुए कुछ दिन के लिए अयोध्या जाने पर रोक लगाई गई है.
इस योजना का ये हैं उद्देश्य
भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने बताया कि एक हजार रुपये की राशि रखने के पीछे ये वजह है कि, सिर्फ गंभीर लोग ही रामलला के दर्शन के लिए इस स्कीम का लाभ उठाएं. विश्व हिंदू परिषद (VHP) लगभग पांच हजार कार्यकर्ताओं को रामलला के दर्शन करने के लिए अयोध्या ले जाने की योजना बना रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी के इस अभियान के पीछे उद्देश्य लोकसभा चुनाव के अंतर्गत एक लहर बनाना भी है.
23 जनवरी को 5 लाख भक्तों ने किए दर्शन
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद आम जनता के लिए रामलला के कपाट खुल गए हैं. पहले ही दिन भगवान के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ी थी. मंगलवार को 5 लाख से ज्यादा भक्त अयोध्या पहुंचे. भीड़ की संख्या देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. मंदिर के पुजारी से लेकर सीएम तक भक्तों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं. फिलहाल अन्य शहरों से आने वाली बसों को रोक दिया गया है.
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