Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की शुरुआत आज से हो गई है. यह अनुष्ठान सात दिनों तक चलेगा. 7वें दिन यानी 22 जनवरी को भव्य राममंदिर में रामलला विराजमान होंगे. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान डॉ. अनिल मिश्रा द्वारा पूजा अनुष्ठान का कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है. कार्यक्रम के पहले दिन गुजरात से आई 108 फीट लंबी अगरबत्ती को मंगलवार को अयोध्या में जलाई गई.
लकड़ी की चौकी पर सोएंगे पीएम मोदी
बता दें कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खुद पीएम मोदी भी अनुष्ठान के नियमों का पालन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री 11 दिन पहले से ही एक समय का उपवास और यम नियम का पालन कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, रामलला के प्राण प्रतिष्ठा से तीन दिन पहले से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिस्तर पर शयन नहीं करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी कठिन उपवास करेंगे और केवल फलाहार का सेवन करेंगे. इसके साथ ही वे बिस्तर पर ना शयन कर लकड़ी की चौकी पर कम्बल बिछाकर सोएंगे.
जलाई गई गुजरात से लाई अगरबत्ती
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास महाराज की मौजूदगी में इस अगरबत्ती को जलाया गया. यह अगरबत्ती करीब डेढ़ महीने तक चलेगी और इसकी सुगंध कई किलोमीटर तक फैलेगी.राम मंदिर में आज से पूजन विधि की शुरुआत हो गई. सबसे पहले प्रायश्चित और कर्म कुटी पूजा के लिए अनुष्ठान किया गया है. बता दें कि इस धार्मिक अनुष्ठान को 121 वैदिक आचार्य संपादित करा रहे हैं.
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