Reasi Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जांच एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, रियासी में हुए आतंकी हमले की तीन महीने पहले पीओके के खाइगल गांव में साजिश रची गई थी. वहीं, इन सबके बीच पाकिस्तान को इस बात का डर सताने लगा है कि भारत इस हमले का बदला उसकी जमीन पर मौजूद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करके ले सकता है.
दरअसल, बीते रविवार को जम्मू कश्मीर के रियासी इलाके में शिवखोड़ी से कटरा जा रही बस पर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी. इस आतंकी हमले में 9 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई जबकि 33 यात्री घायल हो गए. इस हमले के बाद से भारतीय सुरक्षा बल दहशतगर्दों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रही है.
PoK के पूर्व पीएम ने किया अलर्ट
जम्मू कश्मीर के रियासी इलाके में हुए इस घटना के बाद से पाकिस्तान को अब इस बात का डर सता रहा है कि भारत इसका बदला कभी भी ले सकता है. इस डर को पीओके के पूरे पीएम राजा मोहम्मद फारूक अहमद डार ने अपने एक ट्वीट में इसी डर को व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को रियासी हमले के बाद पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए. पाकिस्तान के इस डर के पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि इससे पहले भारत ने उरी अटैक के बाद सर्जिकल स्ट्राइक कर और पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तानी जमीन पर मौजूद आतंकियों को कुचल दिया था.
इस खास ड्रोन से हो रही आतंकियों की तलाश
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आतंकियों की तलाशी ‘हेक्साकॉप्टर’ ड्रोन की मदद से की जा रही है. इस ड्रोन को ‘त्रिनेत्र V3’ के नाम से भी जाना जाता है. इसमें हाई डेफिनेशन कैमरा लगा होता, जिससे दूर की चीज़ें भी काफ़ी आसानी से देखी जा सकती हैं. इससे करीब 6 किलोमीटर तक ऑपरेट किया जा सकता है.
हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ
फिलहाल एनआईए इस हमले की जांच कर कर रही है. कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है. जांच एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक तीन महीने पहले पीओके के खाइगल गांव में हमले की साजिश रची गई थी. जिसके बाद इस आंतकी हमले को अंजाम दिया गया. आतंकवादी हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ बताया जा रहा है.