आर्ट ऑफ लिविंग ने मंगलवार को जींद के सेक्टर सात-ए में आध्यात्मिक संगम का आयोजन किया. इस दौरान धर्मगुरु श्री श्री रविशंकर ने फसल और नस्ल को बचाने का संदेश दिया. आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में खेल से जुड़े युवाओं के साथ किसान व खाप संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की.
हर गांव को नशे से बचाने के लिए चलाएं अभियान
इस दौरान श्री श्री रविशंकर ने खाप पंचायतों से आह्वान किया कि वे हर गांव को नशे से बचाने के लिए अभियान चलाएं. जो लोग नशा करते हैं, उन्हें योग से जोड़ें और नशा बेचने वालों की सूचना पुलिस को दें. उन्होंने कहा कि वे किसानों के साथ हैं. किसानों को जोश के साथ होश भी रखना चाहिए. साथ ही प्रार्थना भी करनी चाहिए. कार्यक्रम में खाप पंचायतों ने श्रीश्री रविशंकर को सम्मानित किया.
केवल संगम में डुबकी लगाने से नहीं मिल जाता मोक्ष- श्री श्री रविशंकर
धर्मगुरु श्री श्री रविशंकर ने आगे कहा, मोक्ष केवल महाकुंभ पर संगम में डुबकी लगाने मात्र से नहीं मिल जाता. मोक्ष प्राप्त करने के लिए ज्ञान जरूरी है. खापों की मुहिम का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि एक गांव और एक गोत्र में शादी नहीं होनी चाहिए। यह नस्ल बचाने के लिए जरूरी है। इसलिए हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन होना चाहिए। यह रूढ़ीवाद नहीं वैज्ञानिक आधार है.